India News (इंडिया न्यूज), Weightloss Tips: हमारा देश भारत, कृषि प्रधान देश होने के नाते, चावल और गेहूं की खेती का प्रमुख केंद्र है। भारत के हर कोने में धान की खेती होती है, और खासकर दक्षिण भारत में चावल का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां के अधिकांश व्यंजन चावल से ही तैयार होते हैं। यह बात कोई नई नहीं है कि करीब 5,000 सालों से भी अधिक समय से हमारे देश में धान की खेती होती आ रही है।

चावल का हमारे भोजन में इतना महत्वपूर्ण स्थान है कि इसके बिना भोजन की कल्पना भी कठिन है। हमारे शरीर में ऊर्जा का मुख्य स्रोत भी एक तरह से चावल ही है। 100 ग्राम चावल में लगभग 28 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जिससे लगभग 130 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। हालांकि, यह भी सच है कि कई स्वास्थ्य समस्याओं में चावल खाने की मनाही की जाती है, खासकर जब बात वजन घटाने की हो।

यह एक सामान्य प्रश्न है कि वजन कम करने के दौरान चावल खाएं या रोटी? इस बारे में लोगों में अक्सर भ्रम की स्थिति बनी रहती है। इसे स्पष्ट करने के लिए हमने जानी-मानी डाइटीशियन मुक्ता वशिष्ट से इस बारे में विस्तार से बात की।

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चावल और रोटी के बीच अंतर

चावल और रोटी, दोनों ही भारतीय आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन इनके पोषक तत्वों में अंतर होता है।

  • चावल: 100 ग्राम चावल में लगभग 28 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 130 कैलोरी ऊर्जा होती है। हालांकि, सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) अधिक होता है, जिससे यह तेजी से पचता है और रक्त शर्करा के स्तर को जल्दी बढ़ा सकता है। इसका अत्यधिक सेवन वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है, खासकर यदि आपका जीवनशैली निष्क्रिय हो।
  • रोटी: रोटी, खासकर जब यह साबुत गेहूं से बनाई जाती है, फाइबर का एक अच्छा स्रोत होती है। फाइबर वजन घटाने में सहायक होता है क्योंकि यह पाचन प्रक्रिया को धीमा करता है और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है। इसके अलावा, रोटी में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व भी अधिक होते हैं, जो चावल की तुलना में बेहतर होते हैं।

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मुक्ता वशिष्ट की राय

डाइटीशियन मुक्ता वशिष्ट के अनुसार, यदि आप वजन कम करने की योजना बना रहे हैं, तो रोटी को प्राथमिकता देना बेहतर हो सकता है। इसका कारण है कि रोटी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह पेट को लंबे समय तक भरा रखती है और रक्त शर्करा को भी स्थिर रखने में मदद करती है। इसके अलावा, रोटी में प्रोटीन की मात्रा भी अधिक होती है, जो मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत के लिए आवश्यक है।

हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि चावल को पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए। यदि आप चावल खाना पसंद करते हैं, तो ब्राउन राइस या अनपॉलिश्ड राइस का चयन करें, जिसमें फाइबर और पोषक तत्व अधिक होते हैं। इसके साथ ही, चावल और रोटी दोनों का संतुलित सेवन और पोर्शन कंट्रोल का पालन करना आवश्यक है।

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अंततः, डाइटीशियन से परामर्श करके अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार डाइट प्लान तैयार करें, जिससे आप स्वस्थ और संतुलित वजन घटाने की प्रक्रिया को सफल बना सकें।

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।