India News (इंडिया न्यूज), Reasons for Decrease in Male Sperm: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और अस्वस्थ खानपान का असर न केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, बल्कि पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर भी गहरा प्रभाव डाल रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हाल के वर्षों में पुरुषों में बांझपन (Infertility) के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर 15 में से एक भारतीय जोड़ा इस समस्या का सामना कर रहा है।

स्पर्म क्वालिटी में गिरावट का असर

पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी में कमी का सीधा असर महिलाओं के गर्भधारण की क्षमता पर पड़ता है। इसके चलते गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।

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गिरावट के मुख्य कारण

पिछले कुछ दशकों में हुई कई रिसर्च ने यह साबित किया है कि पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी में गिरावट के पीछे निम्नलिखित कारण प्रमुख हैं:

  1. तनाव और मानसिक दबाव: तनावपूर्ण जीवनशैली से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जो स्पर्म उत्पादन को प्रभावित करता है।
  2. प्रदूषण: वायु और जल प्रदूषण से शरीर में विषैले पदार्थ बढ़ते हैं, जो स्पर्म की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
  3. अस्वस्थ खानपान: अधिक जंक फूड, तले हुए खाद्य पदार्थ, और पोषक तत्वों की कमी स्पर्म हेल्थ पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
  4. धूम्रपान और शराब का सेवन: निकोटीन और अल्कोहल स्पर्म की गतिशीलता और डीएनए संरचना को नुकसान पहुंचाते हैं।
  5. मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता: मोटापे के कारण टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिरता है, जो स्पर्म उत्पादन को कमजोर करता है।
  6. बढ़ती उम्र: उम्र बढ़ने के साथ-साथ स्पर्म की मात्रा और गुणवत्ता में गिरावट आना सामान्य है।

30-40 आयु वर्ग में बढ़ती समस्या

खासतौर से 30-40 वर्ष के पुरुषों में यह समस्या तेजी से बढ़ी है। इस आयु वर्ग में अस्वस्थ जीवनशैली और तनाव के कारण प्रजनन क्षमता में गिरावट देखी गई है। यह एक चिंताजनक स्थिति है, जिसके लिए समय पर पहचान और उचित कदम उठाना बेहद आवश्यक है।

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समस्या का समाधान: सीमन एनालिसिस

सीमन एनालिसिस एक साधारण और गैर-इनवेसिव टेस्ट है, जो स्पर्म की मात्रा, गतिशीलता, आकार, और डीएनए गुणवत्ता का विश्लेषण करता है। यह टेस्ट पुरुषों की प्रजनन क्षमता का सटीक आकलन करने में मदद करता है।

सुझाव और उपाय

इस समस्या से बचने और स्पर्म क्वालिटी को सुधारने के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाए जा सकते हैं:

  1. संतुलित आहार: ताजे फल, सब्जियां, नट्स और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  2. व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधियां करने से तनाव कम होता है और हार्मोन संतुलित रहते हैं।
  3. धूम्रपान और शराब से बचाव: इन आदतों को छोड़ने से प्रजनन क्षमता में सुधार होता है।
  4. तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान, और पर्याप्त नींद से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
  5. डॉक्टर से परामर्श: यदि समस्या बनी रहती है, तो तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें और सीमन एनालिसिस जैसे टेस्ट करवाएं।

बदलती जीवनशैली और खानपान की आदतों के कारण पुरुषों में बांझपन की समस्या गंभीर होती जा रही है। इसे समय पर पहचान कर उचित कदम उठाना जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और डॉक्टर की सलाह लेकर इस समस्या से निपटा जा सकता है। पुरुषों के लिए यह समझना जरूरी है कि उनकी प्रजनन क्षमता न केवल उनकी व्यक्तिगत सेहत का हिस्सा है, बल्कि यह एक स्वस्थ परिवार की नींव भी है।

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