India News (इंडिया न्यूज) Himachal News: समग्र ग्रामीण विकास के उद्देश्य को लेकर स्वयं सेवी संस्था आश्रय ने आकांक्षी जिला चंबा के 15 गांवों को आदर्श गांव बनाने की मुहिम छेड़ी है। इसके लिए पिछले 6 माह से फील्ड स्तर पर कार्य किया जा रहा है तथा आज इस प्रोजैक्ट की आधिकारिक लांचिंग चंबा के बचत भवन से की गई। इस अवसर पर उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरक्त की। उनके साथ ADC अमित मैहरा,SDM प्रियांशु खाती, इत्यादि भी मौजूद थे।
चंबा जिला के 15 गांवों को चुना…
इस अवसर पर उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल ने कहा कि एचडीएफसी परिवर्तन के साथ मिलकर स्वयं सेवी संस्था आश्रय ने चंबा जिला में एक प्रोजैक्ट चलाया है जिसका आज उद्घाटन किया गया है। समग्र ग्रामीण विकास के उद्देश्य से चंबा जिला के 15 गांवों को चुना गया है जिसमें विभिन्न गतिविधइयां आयोजितकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोगों को स्थायी आजीविका सृजन के लिए विभिन्न अवसर उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रोजैक्ट के तहत मुख्य रूप से सामुदायिक लामंबदी पर फोक्स किया जा रहा है। वहीं कृषि विविधिकरण पर फोक्स करने के साथ साथ चंबा के स्थानीय उत्पादों व कला को किस प्रकार से आजीविका के साथ जोड़ना है इस पर भी कार्य किया जा रहा है। बताए चले कि यह प्रोजैक्ट 3 साल तक चलेगा तथा 15 गांवों को आदर्श बनाया जाएगा।
3 साल के भीतर चंबा के 15 गांवों को..
इस मौके मौजूद स्वयं सेवी संस्था आश्रय की निदेशक जिनेशा धारानी ने कहा कि 3 साल के भीतर चंबा के 15 गांवों को आदर्श गांव बनाया जाएगा ताकि
आसपास के गांव भी इससे प्रेरणा लें तथा इनके जैसा बनने के प्रयास करें। उनके अनुसार चंबा जिला में यह उनका पहला प्रोजैक्ट है जबकि इसके अतिरिक्त हिमाचल के मंडी तथा गुजरात राज्य में उनके प्रोजैक्ट चल रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य स्थायी गांव बनाना है ताकि वहां के लोग सशक्त हो सकें।