India News (इंडिया न्यूज), Himachal Roads: हिमाचल प्रदेश के मण्डी जिले के करसोग विधानसभा क्षेत्र के बगशाड पंचायत के डुमनो गांव में आजादी के 78 साल बाद भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा नहीं मिल पाई है। 2 किलोमीटर लंबी सड़क की मांग को लेकर ग्रामीण प्रशासन से बार-बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह हाल तब है जब चुनाव के दौरान राजनेता गांवों में सड़क, पानी और बिजली जैसी सुविधाओं के वादे करते हैं, लेकिन सत्ता में आते ही इन वादों को भूल जाते हैं।
क्यों नहीं बन पाई सड़कें
डुमनो गांव के निवासी रोज़ाना सड़क के अभाव में गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यहां तक कि बीमार या बुजुर्गों को इलाज के लिए मुख्य सड़क तक पहुंचाने के लिए पालकी का सहारा लिया जाता है। हाल ही में डुमनो गांव के पन्ना लाल शर्मा को स्वास्थ्य जांच के लिए पालकी में बैठाकर 2 किलोमीटर दूर चामो नाला तक लाया गया, जहां से उन्हें गाड़ी द्वारा करसोग अस्पताल भेजा गया।
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स्थानीय निवासी आचार्य कृष्ण लाल शर्मा ने बताया कि गांव में सड़क निर्माण के लिए पंचायत स्तर से भी कई बार प्रयास किए गए हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों, लोक निर्माण विभाग और राज्य सरकार से डुमनो गांव तक एम्बुलेंस रोड बनाने की मांग की है, ताकि गांव के लोग स्वास्थ्य और अन्य जरूरी सेवाओं तक पहुंच सकें।
अधिशासी अभियंता सुरेश कुमार ने बताया
वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश कुमार ने कहा कि ग्रामीणों को लिखित में जानकारी प्रदान करनी चाहिए, ताकि सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जा सके। एसडीएम करसोग गौरव महाजन ने भी इस मामले पर जानकारी प्राप्त करने की बात कही और कहा कि संबंधित विभाग को निर्देश दिए जाएंगे। गांववासियों की उम्मीदें अब प्रशासन और सरकार पर टिकी हुई हैं, ताकि उन्हें यह बुनियादी सुविधा मिल सके।