India News (इंडिया न्यूज़),Himachal CBI Raids:  केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के तीन अधिकारियों को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में हिसार के क्षेत्रीय आयुक्त रवि आनंद, बिलासपुर के प्रवर्तन अधिकारी मदन लाल भट्टी, और प्राइवेट कंसल्टेंट संजय कुमार शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने शिकायतकर्ता की फर्म के पीएफ के पुराने मामले को निपटाने के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस रकम में से पांच लाख रुपये कैश और पांच लाख रुपये चेक के माध्यम से मांगे गए थे। रिश्वत की मांग करने पर, आरोपी ने शिकायतकर्ता से 45-50 लाख रुपये की वसूली करने की धमकी दी थी।

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क्या है पूरा मामला?

शिकायतकर्ता ने 23 नवंबर को सीबीआई की शिमला एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) को इसकी शिकायत दी थी, जिसके बाद सीबीआई ने जांच शुरू की। 24 नवंबर को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ और 26 नवंबर को सीबीआई ने एक सुनियोजित तरीके से शिकायतकर्ता को 10 लाख रुपये के साथ कंसल्टेंट के पास भेजा। जैसे ही कंसल्टेंट ने रिश्वत की रकम ली, सीबीआई ने उसे पकड़ लिया और उसके बाद रवि आनंद और मदन लाल भट्टी को भी गिरफ्तार किया।

कई लोगों को किया गिरफ्तार

सीबीआई की छापेमारी में, आरोपियों के आवासों और आधिकारिक परिसरों से 23.5 लाख रुपये नगद और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए। तीनों आरोपियों को शिमला में विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 30 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।