India News (इंडिया न्यूज)Himachal News: हिमाचल प्रदेश में मौसम फिर बदलने वाला है। मौसम विभाग ने 4 से 7 जनवरी तक प्रदेश में मौसम खराब रहने का अनुमान जताया है। इस दौरान प्रदेश के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। शिमला, कुफरी, नारकंडा, मनाली और डलहौजी जैसे हिल स्टेशनों पर इस सर्दी की चौथी बर्फबारी हो सकती है।
प्रदेश में तीन बार बर्फबारी..
पहाड़ी इलाकों में दिसंबर में तीन बार बर्फबारी हो चुकी है। मौसम विभाग ने 5 और 6 जनवरी को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार 4 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और इससे मौसम में अचानक बदलाव आएगा। मैदानी इलाकों में बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते शीतलहर बढ़ने की संभावना है। पिछले दिसंबर में हिमाचल प्रदेश में तीन बार बर्फबारी हुई थी। इससे पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ था। नए साल की शुरुआत के साथ ही जनवरी में पहली बर्फबारी का इंतजार खत्म होने वाला है। शिमला, कुफरी और नारकंडा हिल स्टेशनों में बर्फबारी की संभावना से पर्यटक उत्साहित हैं और उनके बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है।
इलाकों में ठंड से जनजीवन प्रभावित
हिमाचल प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 24 घंटे में 2.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान फिलहाल सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक है। इससे रात को शीतलहर से कुछ राहत मिली है। हालांकि जनजातीय क्षेत्रों में तापमान अभी भी शून्य से नीचे है। लाहौल-स्पीति जिले का ताबो -5.5 डिग्री के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में अभी भी शीतलहर जारी है। लाहौल-स्पीति जिले में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। ताबो में -5.5 डिग्री, समधो में -2.9 डिग्री, कुकुमसेरी में -2.6 डिग्री और केलांग में -0.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। इन इलाकों में ठंड से जनजीवन प्रभावित है। शुक्रवार को शिमला का न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 8.4 डिग्री अधिक है। खास बात यह है कि शिमला की रातें बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, ऊना और कांगड़ा जैसे मैदानी जिलों से ज्यादा गर्म हैं।
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