India News (इंडिया न्यूज), Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रचलन और खासकर चिट्टे के ओवरडोज से हो रही युवाओं की मौतों ने समाज को गंभीर चिंता में डाल दिया है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए अब प्रदेश की जनता भी जागरूक हो रही है।
सरकार क्या लेगी एक्शन ?
बिलासपुर जिले के नगर परिषद घुमारवीं ने नशे के खिलाफ एक सख्त कदम उठाया है, जिसके तहत अगर नगर परिषद क्षेत्र में कोई व्यक्ति चिट्टे की तस्करी में लिप्त पाया जाता है, तो उसे सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
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खेमचंद वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक
नगर परिषद घुमारवीं के कार्यकारी अधिकारी खेमचंद वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह अहम फैसला लिया गया। इस फैसले के तहत न केवल तस्करों को नगर परिषद की योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा, बल्कि उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसमें पानी की सप्लाई, सफाई और अन्य नागरिक सुविधाएं भी शामिल हैं।
रीता सहगल ने कहा
नगर परिषद घुमारवीं के तहत 7 वार्ड आते हैं, जिनमें लगभग 15,000 की आबादी निवास करती है। नगर परिषद की अध्यक्ष रीता सहगल ने कहा, “यह फैसला नशे के खिलाफ लड़ाई में एक अहम कदम है।
समाज से नशे को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे और इसके लिए सभी पार्षदों को अपने-अपने वार्डों में जागरूकता फैलानी होगी।”
समाज में फैलेगी जागरूकता
यह पहल न केवल नशे की समस्या से निपटने के लिए प्रभावी होगी, बल्कि यह अन्य क्षेत्रों में भी एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी, जिससे समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ेगी और नशे की तस्करी को रोकने में मदद मिलेगी।