India News HP (इंडिया न्यूज़), Himachal News: कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं। कड़े संघर्ष और जज्बे से हर किसी मुकाम हासिल कर सकते है। बिल्कुल ऐसा ही करके दिखाया है सोलन के गोल्डी खान ने। आपको बता दें कि बचपन में तंगहाली के दौर में चाचा ने रास्ता दिखाया और टैक्सी चालक पापा ने साथ दिया। आज भारोत्तोलन में प्रदेश के लिए गोल्डी सोना जीत रहे हैं।

वेटलिफ्टिंग प्रयास करना शुरु किया

7 साल पहले कोच चाचा ने गोल्डी के शरीर को देखकर उसे वेटलिफ्टिंग के लिए उत्साहित किया था। इसके लिए अच्छी डाइट और पैसों की आवश्यकता थी। चाचा के मार्ग दर्शन के बाद पापा बलिदीन ने बेटे का सपना पूरा करने में साथ दिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चाचा और प्रदेश भारोत्तोलन संघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने गोल्डी को 2018 में आर्मी की बॉय स्पोर्ट्स कंपनी जबलपुर भेजा दिया । यहां पर उन्होंने पढ़ाई के साथ भारोत्तोलन का प्रशिक्षण लिया। 4 साल प्रशिक्षण लेने के बाद हिमाचल प्रदेश आए और वेटलिफ्टिंग प्रयास करना शुरु किया।

खेलो इंडिया में रजत पदक हासिल किया

2022 में गोल्डी ने युवा वर्ग के 102 किलोग्राम में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड जीता और राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपनी जगह बनाई। 2023 में यूथ नेशनल में प्रदेश के लिए सोना और खेलो इंडिया में सिल्वर पदक जीता। खेलो इंडिया में पदक हासिल करने के बाद गोल्डी खान कांगड़ा के नगरोटा बगवां में खेलो इंडिया अकादमी में सीखने के लिए जाने लगा।