India News HP (इंडिया न्यूज़), Shimla News: पूर्व डीजीपी संजय कुंडू समेत पुलिस के दस अधिकारियों के खिलाफ चल रहे मामले की जांच में अब हालात और भी जटिल हो गए हैं। मंगलवार को सीआईडी थाने में शिकायतकर्ता मीना नेगी के पति पूर्व पुलिस कर्मचारी धर्मसुख नेगी के बयान दर्ज किए गए।
पुलिस विभाग से मांगा रिकॉर्ड
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी ने मामले से संबंधित रिकॉर्ड भी पुलिस विभाग के विभिन्न कार्यालयों से मांगा है। गृह विभाग के निर्देशों के तहत स्टेट सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है, और इसके लिए एसपी रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
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पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप
मीना नेगी ने पुलिस विभाग के पूर्व डीजीपी संजय कुंडू समेत दस पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उच्च अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बदले की भावना से उनके पति धर्मसुख नेगी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की और आठ साल की सेवा शेष रहने के बावजूद उन्हें नौकरी से निकाल दिया।
मीना नेगी ने यह भी आरोप लगाया कि उनके पति और परिवार के सदस्यों को जातीय आधार पर प्रताड़ित किया गया। उनके इस बयान के बाद से मामले की जांच में तेजी आई है, और सीआईडी ने संबंधित रिकॉर्ड और साक्ष्यों को एकत्रित करना शुरू कर दिया है। यह मामला पुलिस विभाग के भीतर के मुद्दों को उजागर करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
धर्मसुख नेगी की शिकायत के बाद शिमला के थाना सदर में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निवारण अधिनियम की धारा 3(1)(पी) के तहत मामला दर्ज किया गया था। प्रारंभिक जांच के लिए राजपत्रित अधिकारी की नियुक्ति की गई, लेकिन बाद में सरकार के आदेश पर यह मामला स्टेट सीआईडी को सौंपा गया।
सीआईडी थाने में बयान किए गए दर्ज
धर्मसुख नेगी ने बताया कि मंगलवार को उनके बयान सीआईडी थाने में दर्ज किए गए। उन्होंने जांच एजेंसी को पूरी जानकारी दी, जिसमें उन्होंने अपने और अपने परिवार के साथ हुए कथित अन्याय और प्रताड़ना के बारे में विस्तार से बताया। इस मामले की जांच सीआईडी द्वारा की जा रही है, और अधिकारी इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए इसे प्राथमिकता दे रहे हैं।