India News (इंडिया न्यूज), Shimla Police: नए साल 2025 के पहले दिन, शिमला पुलिस ने नशा तस्करी पर कड़ी कार्रवाई जारी रखने के लिए अपने मिशन क्लीन के तहत एक नई पहल की शुरुआत की है। पुलिस ने इस पहल का नाम ‘भरोसा’ रखा है, जिसका उद्देश्य आम जनता से सहयोग बढ़ाना और नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई को और प्रभावी बनाना है।

क्या है ‘भरोसा’ पहल?

इसके तहत पुलिस अब सोशल नेटवर्किंग साइट्स और आम लोगों से मिलने वाली सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करेगी, और सूचना देने वालों के नाम गुप्त रखे जाएंगे। शिमला पुलिस ने साल 2024 में नशा तस्करी के खिलाफ अभूतपूर्व कदम उठाए थे। पुलिस ने 280 मामले दर्ज किए थे और 612 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

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इन अभियुक्तों में कई प्रमुख तस्करी गैंग्स के सदस्य शामिल थे, जिनमें शाही महात्मा गैंग और राधे गैंग प्रमुख थे। इसके अलावा, 300 से अधिक आरोपी अब भी जेल में बंद हैं। पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि ‘मिशन क्लीन’ के तहत, पुलिस न केवल ड्रग पेडलर्स के खिलाफ कार्रवाई करती है, बल्कि उनकी सप्लाई चेन से जुड़े सभी लोगों की पहचान कर सख्त कदम उठाती है। शिमला पुलिस ने पिछले साल लगभग 12 नशा तस्करी गैंग्स का पर्दाफाश किया है।

नेताओं ने की इस पहल की तारीफ

स्थानीय नेताओं ने शिमला पुलिस की इस पहल की सराहना की है। रामपुर की नगर परिषद अध्यक्ष मुस्कान नेगी ने कहा कि पुलिस के निरंतर प्रयासों से शिमला में तस्करों के खिलाफ डर का माहौल बना है और आम जनता में भरोसा भी बढ़ा है। स्थानीय लोग इस अभियान में पुलिस का पूरा समर्थन कर रहे हैं, जिससे तस्करी पर काबू पाना संभव हो पा रहा है।

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