India News (इंडिया न्यूज), Himachal News: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपने दो वर्षों के कार्यकाल को सफल बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा संविधान के दायरे में रहकर अपने कर्तव्यों का पालन किया है। उनके कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों का विवरण एक कॉफी टेबल बुक में किया गया है, जिसे हाल ही में लॉन्च किया गया।

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नशे की समस्या पर जताई गंभीर चिंता

राज्यपाल शुक्ल ने राज्य में नशे की समस्या पर गंभीर चिंता व्यक्त की और इसे अपने कार्यकाल की प्राथमिकता में रखा। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को पहले पंचायती राज संस्थाओं, शिक्षण संस्थानों और विभिन्न सभाओं में उठाया गया था। हालांकि शुरुआत में अपेक्षित समर्थन नहीं मिला, लेकिन उनके निरंतर प्रयासों से जागरूकता बढ़ी। उन्होंने इस दिशा में पंचायती राज मंत्री से भी चर्चा की और नशे के खिलाफ अभियान को ग्राम पंचायत स्तर तक पहुंचाने की कोशिश की।

राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग की अहमियत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को भरपूर मदद दी है, लेकिन राज्य सरकार को अपनी वित्तीय स्थिति पर भी ध्यान देना चाहिए। अगर कहीं कोई कमी होती है, तो राज्य सरकार को केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर उसका समाधान निकालना चाहिए।

निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए वे ईमानदारी से काम कर रहे हैं और भविष्य में भी राज्य के विकास और सामाजिक सुधारों के लिए तत्पर रहेंगे।

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