India News (इंडिया न्यूज), Winter Assembly Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो गया है, जिसमें चार अहम विधेयक पेश किए जाएंगे। इनमें से सबसे प्रमुख है लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन का विधेयक, जिसे राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी सदन में पेश करेंगे। यह संशोधन राधा स्वामी सत्संग ब्यास के दबाव में लाया जा रहा है, जिससे उन्हें राहत मिल सकेगी।
लैंड सीलिंग एक्ट क्यों है जरुरी
दरअसल, डेरा ब्यास द्वारा हमीरपुर के भोटा अस्पताल की जमीन का मालिकाना हक अपनी सहयोगी संस्था महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी के नाम करने की मांग की जा रही है, लेकिन वर्तमान में लैंड सीलिंग एक्ट 1972 इसके लिए अनुमति नहीं देता। यह एक्ट धार्मिक संस्थाओं को दान की गई जमीन के ट्रांसफर, बिक्री, लीज या गिफ्ट-डीड पर रोक लगाता है। इस नियम के कारण, राधा स्वामी सत्संग ब्यास के पास मौजूद 6000 बीघा जमीन पर सरकार का कब्जा नहीं हुआ था।
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डेरा ब्यास की सरकार से अनुरोध
अब, डेरा ब्यास सरकार से यह अनुरोध कर रहा है कि वह उक्त जमीन को अपनी सहयोगी संस्था के नाम ट्रांसफर करने की अनुमति दे, जिससे भोटा अस्पताल में नर्सिंग, इलाज और उपचार की सेवाएं जारी रखी जा सकें। यदि यह विधेयक पास हो जाता है, तो प्रदेश में अन्य धार्मिक संस्थाओं, उद्योगों और परियोजनाओं को भी इस तरह की छूट मिल सकती है, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ेगा। हालांकि, विधि विभाग ने कुछ कानूनी पहलुओं पर सरकार को चेतावनी दी है कि इस संशोधन को लागू करने से दिक्कतें आ सकती हैं। अब यह देखना होगा कि सदन में इस संशोधन को किस तरह से प्रस्तुत किया जाता है और क्या यह विधेयक मंजूरी पाता है।