India News (इंडिया न्यूज) kanika katiyar, Mumbai Election: महाराष्ट्र राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से का एक भौगोलिक क्षेत्र है। इसमें नागपुर और अमरावती दो डिवीज़न आते हैं। विदर्भ रीजन बीजेपी का गढ़ माना जाता है, जहां पर इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का ख़ास फोकस रहने वाला है। इसके अलावा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम कमलनाथ को बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई है। कमलनाथ नागपुर रीजन की ज़िम्मेदारी सँभालेंगे। कांग्रेस उच्च सूत्रों के मुताबिक़ कांग्रेस आलाकमान ने मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को अनऔपचारिक तौर पर नागपुर की ज़िम्मेदारी देने का फ़ैसला किया है ताकि वह वहाँ रह कर पार्टी के लिए काम करे और बीजेपी को जीतने से रोक सके।
गांधी परिवार के खास है कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ गांधी परिवार के ख़ास माने जाते है , मध्यप्रदेश की हार के बाद से पार्टी के कई नेता कमलनाथ से नाराज़ चल रहे थे। लेकिन इसी बीच कई दिनों बाद कमलनाथ एक बार फिर से चर्चा में आए जब वह राहुल गांधी से दिल्ली में मिले। बीते दिन दिल्ली में कमलनाथ के घर पर राहुल गांधी पहुँचे थे और क़रीबन 1-2 घंटे दोनों के बीच खाने पर चर्चा हुई थी। राहुल-कमलनाथ की मुलाकात के बाद कई तरह की बाते निकल कर सामने आ रही थी लेकिन हमारे उच्च सूत्रों ने हमे जानकारी दी है की महाराष्ट्र चुनाव को देखते हुए और नागपुर में बीजेपी को रोकने के कांग्रेस आलाकमान ज़्यादा गंभीर है। लोकसभा में विदर्भ रीजन में अच्छे प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अब विधानसभा में भी वहाँ ख़ास तौर पर काम करने की रणनीति को कर रही है तैयार जिसके लिये कांग्रेस आलाकमान और राहुल गांधी ने वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ को चुना है।
आगामी चुनावी रणनीति के तहत कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व सीएम कमलनाथ को नागपुर रीजन को संभालने की ज़िम्मेदारी दी है। हालांकि कांग्रेस ने कोई औकपारिक तौर पर ऐलान नहीं किया है लेकिन हमारे उच्च सूत्रों के मुताबिक़ कमलनाथ को यह ज़िम्मेदारी कांग्रेस आलाकमान की ओर से दी गई है।
महाराष्ट्र चुनावों को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर
महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस उन सीटो पर ख़ास तौर पर मेहनत में जुटी है जो बीजेपी और आरएसएस का गढ़ है। कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी बार- बार बीजेपी और आरएसएस के ख़िलाफ़ पिछले 10 साल से आक्रामक रहे है और लोकसभा में मिले अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए अब कांग्रेस ने नागपुर को विशेष तौर पर अपने सबसे पुराने नेता जो धन और बल से मज़बूत है उनको भेजने की तैयारी की हैं। सूत्रों के मुताबिक़ चुनावी प्रचार के दौरान कमलनाथ नागपुर में रहेंगे और पार्टी के उम्मीदवार से लेकर हर गतिविधि पर ख़ास तौर पर काम करेंगे और आलाकमान को रिपोर्ट देंगें। पार्टी के प्रचार से लेकर फंडिंग और बाक़ी काम की ज़िम्मेदारी भी कमलनाथ को सोपी गई है।
राहुल गांधी और कमलनाथ की मुलाक़ात आम नहीं ख़ास जाने ?
बीते दिनों दिल्ली में राहुल गांधी और कमलनाथ की दिल्ली में मुलाक़ात हुई। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के हार के बाद से कमलनाथ पार्टी के भीतर सक्रिय नहीं थे लेकिन महाराष्ट्र चुनाव से पहले वह दिल्ली पहुँचे।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की बात करे वह एक ऐसे नेता जो फ़ाइनेंसली पार्टी में सबसे मज़बूत नेताओ में माने जाते है।एक और बीजेपी धन और बल दोनों से लड़ने में सक्षम और मज़बूत है वही विपक्ष के तौर पर कांग्रेस कमजोर। कांग्रेस पार्टी के नेता जानते है महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी और महायुति अपनी पूरी ताक़त लगायेगी इसके लिए कांग्रेस ने भी हर तरह से बीजेपी को रोकने की तैयारी की है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से कमलनाथ को विदर्भ रीजन संभालने की ज़िम्मेदारी दी गई है ताकि बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन कर सके और बीजेपी को रोक सके।हालांकि जानकारो के मुताबिक़ इस रणनीति को अपनाया गया है लेकिन यह कितनी सफल हो पाती है इसका परिणाम चुनावी नतीजों के बाद ही इस्पस्थ हो पायेगा।
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