वायरल वीडियो में क्या है?
इस वायरल वीडियो में, एक मुस्लिम बच्चा, जिसका नाम मोहम्मद साबिर बताया गया है, धार्मिक स्थलों के बारे में भड़काऊ बातें करता नजर आ रहा है। वह यह दावा करता है कि मस्जिद को तोड़कर मंदिर बनाया गया है और वह इसे वापस तोड़कर मस्जिद बनाने की बात करता है।
वीडियो में बच्चा कहता है, “जहां-जहां मंदिर बनाया जा रहा है, उसी को तोड़कर मस्जिद बनाई जाएगी।” उसकी बातों से झलकता आक्रोश और धार्मिक असहिष्णुता ने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया है।
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समाज के लिए खतरे की घंटी
इस तरह के वीडियो से यह साफ है कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और कट्टरता, खासकर बच्चों में, एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। एक छोटे बच्चे का इस तरह की बातें करना यह संकेत देता है कि वह अपने परिवेश या शिक्षण से प्रभावित हो रहा है।धार्मिक मुद्दों को उभारने और कट्टर मानसिकता को बढ़ावा देने से समाज का ताना-बाना कमजोर होता है। बच्चा खुद स्वीकार करता है कि उसने शिक्षा नहीं ली है। यह बताता है कि शिक्षा की कमी से बच्चों को सही-गलत की पहचान नहीं हो पाती। बच्चा अपने परिवार, समुदाय या आसपास के माहौल से यह बातें सीख रहा हो सकता है। यह इस बात का इशारा करता है कि नफरत और भड़काऊ विचारधाराएं बचपन में ही जड़ें जमा रही हैं।
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इस वायरल वीडियो ने न केवल धार्मिक कट्टरता की समस्या को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे सामाजिक और नैतिक मूल्यों का क्षरण हो रहा है। हमें न केवल बच्चों को शिक्षा और सहिष्णुता का पाठ पढ़ाना चाहिए, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वे किन विचारों और माहौल से प्रभावित हो रहे हैं। इस घटना ने हमें चेतावनी दी है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो इसका असर आने वाली पीढ़ियों पर गहरा हो सकता है।
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