India News (इंडिया न्यूज़), 2000 Rupee Note,नई दिल्ली :  शुक्रवार को RBI के द्वारा ये घोषणा किया गया कि 2,000 रुपये के नोट को चलन से बाहर किया जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2000 रुपये के नोट को ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत बंद करने का फैसला किया है। RBI 2,000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन के द्वारा वापस लेगी। ऐसे में इस सरकार के इस फैसले को विपक्ष के द्वारा खूब आलोचना की जा रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सरकार पर निशाना साधा है और सरकार के इस फैसले को गलत ठहराया है।

2,000 रुपए का नोट बंद करने का क्या है लक्ष्य

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा “जब नोटबंदी हुई तब कहा गया था कि काला धन समाप्त होगा, विदेश से धन वापस आएगा लेकिन यह हुआ नहीं। अब अचानक सूचना आई की 2,000 रुपए के नोट बंद हो रहे हैं लेकिन इसका आधार क्या? जब इसे लाया गया तो इसका लक्ष्य क्या था और जब बंद किए जा रहे हैं तब इसका लक्ष्य क्या है? क्योंकि लोगों को बेवजह तकलीफ देना सही नहीं है। सरकार ने बिना सोचे समझे जो कदम पहले उठाए थे उसी के रास्ते पर वे अब भी चल रही है।”

क्यों हटाया जा रहें हैं 2000 के नोट

बता दें नवंबर 2016 में 2,000 रुपये के नोटों की शुरुआत की गई थी। इसका मकसद था कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को वापस लेने के बाद अर्थव्यवस्था में करंसी की जरूरत को तेजी से पूरा किया जा सके। उस मकसद के पूरा होने और पर्याप्त मात्रा में अन्य मूल्य के नोटों की उपलब्धता के साथ 2018-19 में 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी। 2,000 रुपये मूल्य के ज्यादातर नोट मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे। इन नोटों का अनुमानित जीवन काल 4-5 साल ही था। यह भी देखा गया कि इस मूल्य के नोटों का आमतौर पर लेन-देन के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। जनता की करंसी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोटों का स्टॉक पर्याप्त बना हुआ है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए और भारतीय रिजर्व बैंक की ‘क्लीन नोट नीति’ के मुताबिक, यह निर्णय लिया गया है कि 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस ले लिया जाए।

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