India News (इंडिया न्यूज),Unnao Bus Accident: बिहार से दिल्ली जा रही बस उत्तरप्रदेश के उन्नाव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गयी। इस हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जिसमें से 10 लोग बिहार के शिवहर, मोतिहारी और सीवान के बताए जा रहे हैं। वहीं इस बस हादसे से बाद जो अहम खुलासे सामने आ रहे हैं वो हैरान करने वाले हैं। इसको लेकर जानकारी मिली है कि उसके मुताबिक, बस के कागजों में दर्ज पता फर्जी निकला है और साथ ही यह बस बिना परमिट और बिना बीमा के ही रोड पर चल रहा था।
बिना परमिट के ही चल रही थी बस
प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि यह बस खेती करने वाले व्यक्ति के नाम से महोबा जिले में रजिस्टर्ड थी। जानकारी के अनुसार, यह शिवहर ही रहने वाले शिवनारायण सिंह की थी। वहीं दिल्ली का रहने वाला चंदन जायसवाल पहाड़गंज से बसों को संचालित करता था। अब इस मामले में आरटीओ अधिकारी बेहटा मुजावर थाने में बस मालिक के नाम पर एफ़आईआर (FIR) दर्ज कराएंगे। मिली जानकारी के अनुसार इस बस का परिचालन टूरिस्ट परमिट के नाम पर किया जा रहा था। यानि नियम के अनुसार इस बस के इंटर स्टेट चलाने का परमिट नहीं था।
बस की खिड़कियों में लगाए गए थे प्लाइबोर्ड
नमस्ते बिहार नाम की इस बस की तस्वीर को देखकर इसकी स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह बिल्कुल खटारा स्थिति में थी। बस की टूटी खिड़कियों पर कांच की जगह जुगाड़ के तौर पर प्लाइबोर्ड लगाए गए थे। वहीं बस में अन्य सुविधाओं का भी अभाव था। बस हादसे की शिकार एक महिला ने बताया कि इस बस के मालिक कई और बस चलवाते हैं। लेकिन, हमलोग जब सफर शुरू करने वाले थे तो हमें जानकारी नहीं थी कि हमलोगों को खटारा बस में बिठा दिया जाएगा।
बस हादसे में 5 बड़े खुलासे
- बिना परमिट के बस चल रही थी।
- ना ही बस का कोई बिमा था।
- बस का मालिक एक खेती करने वाला किसान था।
- बस के खिड़कियों की कांच टूटी थी।
- बस के खिड़कियों पर प्लाइबोर्ड लगाए गए थे।
Madhya Pradesh: पति ने पत्नी का सिर किया धड़ से अलग, इलाके में फैली दहशत; आरोपी गिरफ्तार
बस हादसे से मृतकों के गांव मे मची चीख पुकार
बता दे कि, उन्नाव बस हादसे में मोतिहारी के 6, शिवहर के 4 और सीवान के 1 व्यक्ति की मौत हो गयी है। हादसे के बार मृतकों के गांव में चीख पुकार मची हुई है। बस हादसे में सुरक्षित बचे यात्रियों ने बताया कि वे लोग इस बस के माध्यम से दिल्ली कमाने के लिए जा रहे थे। अधिकांश लोग दिल्ली में कुछ न कुछ छोटा-मोटा काम करते थे। किसी काम से अपने घर बिहार लौटे थे। अब वापस जाने के दौरान यह हादसा हो गया है।