India News (इंडिया न्यूज), Anna Sebastian Perayil: महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक कंपनी में काम कर रही एक लड़की की अत्यधिक वर्क लोड की वजह से मौत हो गई है। इसको लेकर उनकी मां ने एक हृदय विदारक पत्र में लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की मौत के लिए ईवाई कंपनी के चार महीने के लापरवाह रवैये को जिम्मेदार ठहराया गया। केरल की चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल मार्च में कंपनी में शामिल हुई थीं। ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को संबोधित दिल दहला देने वाले पत्र में अनीता ऑगस्टाइन ने लिखा, “ईवाई से कोई भी उसके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ।” अब यह पत्र वायरल हो गया है। जिससे युवती की पीड़ा पर लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। वर्क कल्चर को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। 

युवती की ये पहली नौकरी थी

उसकी मां ने अपने पत्र में लिखा कि ईवाई अन्ना की पहली नौकरी थी और वह कंपनी में शामिल होने के लिए रोमांचित थी। उन्होंने अपनी बेटी को योद्धा बताया। उसने स्कूल के साथ-साथ कॉलेज में भी अपनी सभी परीक्षाओं में टॉप किया और ईवाई में अथक रूप से काम किया। उन्होंने कंपनी द्वारा दिए गए सभी कार्यों को समय पर पूरा किया। पीड़िता की माँ ऑगस्टीन ने कहा, ‘हालाँकि वर्कलोड, नया वातावरण और लंबे समय तक काम करने से उन पर शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से बहुत बुरा असर पड़ा।” उन्होंने आगे कहा कि अन्ना को जल्द ही टेंशन, रातों की नींद उड़ गई और तनाव का सामना करना पड़ा। ऑगस्टीन ने पत्र में कहा, “लेकिन, उन्होंने खुद को आगे बढ़ाया और माना कि कड़ी मेहनत और दृढ़ता ही सफलता की कुंजी है।” 

‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को मोदी कैबिनेट से मिली मंजूरी, कोविंद कमेटी ने सौंपी थी रिपोर्ट

कब बिगड़ी उसकी तबियत

पुणे में उनके दीक्षांत समारोह के समय उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। शनिवार, 6 जुलाई को मैं और मेरे पति अन्ना के सीए दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पुणे पहुंचे थे। चूंकि पिछले एक हफ़्ते से वह देर रात (लगभग 1 बजे) अपने पीजी पहुँचने पर सीने में जकड़न की शिकायत कर रही थीं, इसलिए हम उन्हें पुणे के अस्पताल ले गए। उनका ईसीजी सामान्य था और कार्डियोलॉजिस्ट हमारे डर को दूर करने के लिए आये और बताया कि उन्हें पर्याप्त नींद नहीं मिल रही थी और वे बहुत देर से खाना खा रही थीं।

इसके बाद वो बीमार होती रही। इस बीमारी के दौरान भी लगातार काम करती रही। वो कहती थी कि कंपनी वाले छुट्टी देंगे। मृतका की मां की इस चिट्ठी ने फिर से कंपनी के वर्क कल्चर की चर्चा को छेड़ दिया है। हम सभी को पता है कि प्राइवेट कंपनी में कर्मचारियों को किस तरह से प्रताड़ित किया जाता है। हालांकि ऐसा हर कंपनी में देखने को नहीं मिलता है। 

ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को लेकर बड़ी भविष्यवाणी, जानिए क्यों कहा ऐसा मैच जीतने को तरसेगा भारत