India News (इंडिया न्यूज),Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) ने मंगलवार को मशाल मार्च निकाला। सीवाईएसएस का मशाल मार्च दिल्ली विश्वविद्यालय के कला संकाय स्थित विवेकानन्द प्रतिमा से शुरू हुआ। इसके अलावा आम आदमी पार्टी की छात्र युवा संघर्ष समिति ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में दिल्ली के सभी कॉलेजों में हस्ताक्षर अभियान चलाया। केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं।

मशाल मार्च के दौरान आप युवा नेता वंदना सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के लिए मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के लिए बस यात्रा की व्यवस्था की। ऐसे मुख्यमंत्री को चुनाव के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया, जो लोकतंत्र के साथ बड़ा धोखा है। केंद्र सरकार की इस तानाशाही के खिलाफ देश के युवा और छात्र सड़कों पर उतर आए हैं और अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं।

मशाल मार्च में डीयू के छात्रों ने भी लिया हिस्सा

सीवाईएसएस का दावा है कि मशाल मार्च में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। क्योंकि छात्र जानते हैं कि लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले विपक्ष के इतने बड़े चेहरे को जेल में डालने का एकमात्र मकसद अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार से दूर रखना है। दिल्ली के युवा समझ रहे हैं कि यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है, बल्कि निर्विरोध चुनाव लड़ने के इरादे से की गई है। अरविंद केजरीवाल ने मोदी जी की राजनीति को तीन बार दिल्ली विधानसभा और पंजाब में हराया और फिर एमसीडी में भी हराया। ऐसा सिर्फ अरविंद केजरीवाल ही कर सकते हैं और कर पाए हैं।

छात्रों ने गिरफ्तारी के खिलाफ मार्च निकाला

छात्र विंग ने दावा किया है कि वे एक हस्ताक्षर अभियान के जरिए लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दे रहे हैं। छात्रों का कहना है कि ये प्रयास तब तक जारी रहेंगे जब तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ जाते। वहीं, आम आदमी पार्टी की युवा नेता वंदना सिंह का कहना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी छात्रों ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ मार्च निकाला। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपनी आईआरएस की नौकरी छोड़ दी और लोगों की सेवा करने के लिए सब कुछ जोखिम में डाल दिया।

‘केजरीवाल को दिल्ली में गरीबों की आवाज बनना चाहिए’

सिंह का कहना है कि उन्होंने कई सालों तक दिल्ली की झुग्गियों में काम किया और गरीब लोगों की आवाज उठाने का काम किया। सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति में सुधार हुआ। महिलाओं के लिए निःशुल्क बस यात्रा की सुविधा प्रदान की गई। गरीबों को मुफ्त बिजली और पानी दिया। ऐसे मुख्यमंत्री को सिर्फ कुछ बयानों के आधार पर जेल में डाल दिया गया।

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