India News (इंडिया न्यूज) abdali Ballistic Missile Vs Brahmos Missile: पाकिस्तानी सेना ने 450 किलोमीटर की रेंज वाली अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण का दावा किया है। यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, लेकिन भारत की ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत के सामने यह कुछ भी नहीं है। पहलगाम हमले के कारण सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान ने शनिवार को दावा किया कि उसने एक्स इंडस के तहत अब्दाली हथियार प्रणाली का सफल परीक्षण किया है। पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि मिसाइल के उन्नत नेविगेशन सिस्टम की शक्ति का परीक्षण कर सैन्य तैयारियों को परखा गया।
सेना ने कहा कि यह सफल परीक्षण सेना की स्ट्रैटेजिक कोर कमांड के नेतृत्व में वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने किया। इसे पाकिस्तानी मीडिया में भी काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। हालांकि, ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स की रिपोर्ट की मानें तो मिसाइलों की शक्ति और भंडार के मामले में भारत दूसरे दर्जे के देशों में आता है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) ने पाकिस्तान को तीसरे दर्जे के देशों में रखा है। भारत का रक्षा खर्च पाकिस्तान से नौ गुना है।
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अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल बनाम ब्रह्मोस
हालांकि, अब्दाली की यह मिसाइल भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का कोई टक्कर नहीं है। ब्रह्मोस को पनडुब्बी, जहाज, लड़ाकू विमान या लॉन्चिंग व्हीकल से भी दागा जा सकता है। ध्वनि की गति से भी तेज रफ्तार यह अपने सटीक निशाने के लिए दागने के लिए जानी जाती है। इसकी रेंज क्षमता 450 से 900 किलोमीटर है। इसकी गति मैक 3 यानी ध्वनि की गति से तीन गुना तेज हो सकती है। यह एक मीटर के दायरे में सटीक निशाना लगा सकती है। 2001 से अब तक के 25 सालों में दुनिया ने इसकी ताकत का लोहा माना है। दुनिया के कई देशों ने भारत से यह मिसाइल खरीदी है।
भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव की स्थिति
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की सेना लगातार युद्ध अभ्यास करके अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही है। वह यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि भारत कोई सैन्य कार्रवाई करने की कोशिश न करे। हालांकि, भारत ने साफ संकेत दिए हैं कि वह पहलगाम हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई जरूर करेगा।