India News, (इंडिया न्यूज),Atul Subhash suicide case:एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके भाई व मां की रिहाई के बाद अतुल के पिता ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि निकिता ने बच्चों को हथियार बनाकर जमानत हासिल की है। इसमें निकिता ने कोर्ट को भी गुमराह किया है। जमानत खारिज करवाने के लिए वह पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
‘ब्योम का एटीएम की तरह इस्तेमाल करती है निकिता’
अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा कि उन्होंने निकिता की जमानत याचिका खारिज करवाने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। अतुल के पिता ने सवाल उठाया कि निकिता ने 3 साल के बच्चे को बोर्डिंग में डाल दिया है। इससे पहले उसने 2 साल के बच्चे को डाल दिया था। उसे बच्चों से प्यार नहीं है, लेकिन कोर्ट से जमानत पाने के लिए उसने बच्चों से प्यार की दुहाई दी है। उन्होंने कहा कि निकिता उनके पोते ब्योम का एटीएम की तरह इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा अतुल को बच्चों के नाम पर ब्लैकमेल करती थी और उससे पैसे ऐंठती थी। उन्होंने कहा कि निकिता के पास उनका पोता सुरक्षित नहीं है। बच्चे की कस्टडी पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य बच्चों की कस्टडी पाना और निकिता की जमानत खारिज कराना है। इसके लिए वे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उन्होंने जौनपुर पुलिस द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र मांगे जाने को भी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि कोई मां अपने बेटे की मौत के बारे में कैसे लिख सकती है। इसके साथ ही उन्होंने देश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
सुप्रीम कोर्ट से किया यह अनुरोध
उन्होंने कहा कि कानून कमजोर लोगों पर ही लागू होता है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि उनके पोते की कस्टडी निकिता को न दी जाए। उन्होंने कहा कि हम कभी बेंगलुरु नहीं गए। अतुल वीडियो कॉल पर पोते से बात कराते थे। उन्होंने बताया कि पोते ब्योम से उनकी आखिरी मुलाकात समस्तीपुर के पंकज ज्योति के घर पर हुई थी, जो चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उस समय जब निकिता से तलाक के कागजात पर दस्तखत करने को कहा गया तो वह इसके लिए तैयार नहीं हुई।