India News (इंडिया न्यूज़), Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में 80 लोकसभा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे अहम राज्य माना जा रहा है। इसी वजह से राजनीति में कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। इसी क्रम में बीजेपी ने यूपी में क्लीन स्वीप करने का लक्ष्य रखा है। वहीं, मोदी को रोकने के लिए सपा और कांग्रेस यूपी के लिए खास रणनीति का खाका तैयार कर रही हैं। सपा ने भी आधी से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, लेकिन कांग्रेस इस मामले में फिसड्डी साबित हो रही है। वहीं, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। हालांकि, रायबरेली और अमेठी सीट पर सस्पेंस बरकरार है।
दरअसल, कांग्रेस इंडिया अलायंस के बैनर तले यूपी की 17 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है, जिसमें वाराणसी, रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज और महाराजगंज सीटें शामिल हैं. इसके साथ ही कांग्रेस अमरोहा, झाँसी, बुलन्दशहर, गाज़ियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया सीटों पर भी चुनाव लड़ने जा रही है। इस संबंध में गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस की चुनाव संचालन समिति की बैठक हुई, जिसमें इन 17 सीटों में से करीब 8 सीटों पर नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
कांग्रेस के सभी नाम फाइनल!
सूत्रों की मानें तो इन सीटों पर अभी घोषणा होनी बाकी है। यूपी से जुड़ी कांग्रेस की पहली सूची भी शुक्रवार को जारी हो सकती है। आपको बता दें कि यूपी कांग्रेस से जुड़े एक व्हाट्सएप ग्रुप पर इन 8 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम सहित एक संदेश प्रसारित किया गया था, जिसे बाद में हटा दिया गया। तब से चर्चाएं जारी हैं। सभी सीटों पर नाम लगभग फाइनल माने जा रहे हैं।
पीएम को चुनौती देंगे अजय राय
सूत्रों की मानें तो इस लिस्ट में सबसे पहला नाम वाराणसी सीट से है। एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सीट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी से मैदान में उतार सकती है। इस तरह दोनों नेताओं के बीच यह तीसरा मुकाबला होगा। अजय राय 2014 और 2019 के चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि, दोनों चुनावों में अजय राय को हार का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा कांग्रेस मौजूदा बसपा सांसद दानिश अली को अमरोहा सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है। कांग्रेस बाराबंकी से तनुज पुनिया, कानपुर से आलोक मिश्रा, बांसगांव से सदल प्रसाद सिंह, देवरिया से अखिलेश सिंह, झांसी से प्रदीप जैन आदित्य और सहारनपुर से इमरान मसूद पर दांव लगा सकती है। इसके अलावा राकेश राठौड़ का नाम भी सीतापुर से चल रहा है।
राहुल-प्रियंका पर संशय बरकरार
कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली रायबरेली और अमेठी सीटों पर अभी अंतिम बातचीत नहीं हो पाई है। गांधी परिवार से जुड़े होने के कारण कांग्रेस इन दोनों सीटों पर बिल्कुल भी जल्दबाजी नहीं करना चाहती। यूपी कांग्रेस के तमाम नेता गांधी परिवार के सदस्यों को अमेठी और रायबरेली सीट से चुनाव लड़ाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने भी राहुल गांधी के अमेठी से और प्रियंका गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की मांग की है। हालांकि, राहुल और प्रियंका यूपी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
इसके चलते रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीटों पर भी संशय बना हुआ है। 2019 में कांग्रेस ने अमेठी सीट खो दी थी, जिसे जीतना कांग्रेस के लिए एक चुनौती है। साथ ही रायबरेली सीट पर जीत का सिलसिला जारी रखना भी किसी चुनौती से कम नहीं है।