Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है और 31 अगस्त तक जारी रहेगी। आतंकी गतिविधियों के चलते सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं। अमरनाथ यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पैनी सुरक्षा व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों की यात्रा सुविधाजनक हो। उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। बता दें कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन 62 दिवसीय होती है।

सभी यात्रियों की होगी रियल टाइम ट्रैकिंग

बैठक में बताया गया है कि सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड (RFID card) दिए जाएंगे। इसके जरिए उनकी रियल टाइम लोकेशन का पता लगाया जा सकेगा। इसके अलावा सभी को 5 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा। तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए 50,000 रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा। बता दें कि तीर्थयात्री जम्मू-कश्मीर में दो मार्गों बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं।

रात में मिलेगी हवाई सेवा

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन से तीर्थस्थल आधार शिविर तक के मार्ग पर सुचारू व्यवस्था करने पर जोर दिया गया है। श्रीनगर और जम्मू से रात में हवाई सेवा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है। बैठक के दौरान गृह मंत्री ने ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त भंडार और उनकी रिफिलिंग सुनिश्चित करने का और डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमों की उपलब्धता के लिए कहा है। उन्होंने किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

शाह ने तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने तीर्थाटन मार्गों पर बेहतर संचार व्यवस्था सुनिश्चित करने और भूस्खलन की स्थिति में मार्गों को तुरंत खोलने के लिए मशीनों की तैनाती के निर्देश दिए हैं।

तंबुओं में वाई-फाई हॉटस्पॉट की व्यवस्था

एक बयान में कहा गया कि इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर तंबुओं से बनी बस्तियों, वाई-फाई हॉटस्पॉट और उचित रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका बैठक में मौजूद शीर्ष अधिकारियों में शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक, ऐसी खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह तीर्थ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं।

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