India News (इंडिया न्यूज), Indian Defense Policy : पाकिस्तान में भारत की तरफ से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। अमेरिकी की एक खुफिया रिपोर्ट में भारत की क्षमता की तारीफ की गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की डिफेंस स्ट्रैटजी अब सिर्फ सीमाओं की रक्षा तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि वैश्विक नेतृत्व की दिशा में बढ़ते कदमों का अहम हिस्सा बन गई है। इसके अलावा चीन के साथ जारी तनाव हो या पाकिस्तान के साथ हुआ हालिया संघर्ष, भारत की नीति अब स्पष्ट और दृढ़ दिखाई दे रही है।
अमेरिकी की एक खुफिया रिपोर्ट में भारत के चीन और पाकिस्तान के अलावा रूस से कैसे रिश्ते हैं उसके बारे में भी जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट का नाम है- 2025 विश्वव्यापी खतरा आकलन (2025 Worldwide Threat Assessment). यह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सशस्त्र सेवा उपसमिति और रक्षा खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट है।
आपको बता दें कि यह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सशस्त्र सेवा उपसमिति और रक्षा खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट है। इसे खुफिया और विशेष अभियानों पर सशस्त्र सेवा उपसमिति और रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईए) द्वारा तैयार किया गया है। इसमें ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की स्थिति का आकलन किया गया है।
PAK को लेकर बदली भारत की रक्षात्मक नीति
रिपोर्ट में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया गया है। इस महीने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों पर हमला किया था। जवाब में 7 से 10 मई तक दोनों देशों के बीच बमबारी, मिसाइल और तोपों से हमले किए गए। आखिरकार 10 मई को दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहली बार था जब भारत ने फ्रांसीसी मिसाइल का मिसाइल से जवाब दिया, जो अब तक की रक्षात्मक नीति में एक बड़ा बदलाव है। इससे साफ है कि भारत अब ‘रणनीतिक क्षमता’ के सिद्धांत पर चल रहा है।
इसके अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की मजबूत रणनीतिक साझेदारियों पर भी बात की गई है। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्वाड समूह के तहत सैन्य अभ्यास और संवाद भारत की वैश्विक मौजूदगी को नई दिशा दे रहे हैं। इसके अलावा ब्रिक्स, आसियान और शंघाई सहयोग संगठन जैसे मंचों पर भारत की सक्रियता यह संकेत देती है कि देश अब सिर्फ क्षेत्रीय ताकत नहीं बल्कि वैश्विक रक्षा खिलाड़ी बनना चाहता है।
US ने माना मेक इन इंडिया का लोहा
मोदी सरकार की नई रक्षा नीति में ‘आत्मनिर्भर भारत’ एक प्रमुख स्तंभ बनकर उभरा है। भारत अब हथियारों का आयातक नहीं बल्कि निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है। 2024 में भारत ने स्वदेशी मिसाइल सिस्टम अग्नि-1 प्राइम एमआरबीएम और अग्नि-5 एमआईआरवी का सफल परीक्षण किया। इसके अलावा दूसरी परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिघात को भी नौसेना में शामिल किया गया। इससे भारत की परमाणु तिकड़ी और मजबूत हुई है।
इसके अलावा भारत रूस के साथ रक्षा संबंध भी रखता है। भारत की यह रणनीति साफ तौर पर दिखाती है कि वह रूस के साथ संतुलन बनाए रखते हुए चीन से दूरी बनाना चाहता है। ऐसे में भारत रूस और पश्चिम के बीच अपने हितों का सफलतापूर्वक संतुलन बना रहा है।