India News (इंडिया न्यूज), Ram Navami In West Bengal : देशभर में रामनवमी धूमधाम से मनाई गई। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा पश्चिम बंगाल में निकाली गई झांकियों और जुलूसों की हो रही है। इसके पीछे की वजह ममता बनर्जी का किसी भी रामनवमी कार्यक्रम में शामिल न होना है। अब इसी वजह से बीजेपी ममता दीदी पर और हमलावर हो गई है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने हमला बोला है। X पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि, ममता बनर्जी के हरे रंग में रंगने की कोशिशों के बावजूद पश्चिम बंगाल रामनवमी पर भगवा सागर में बदल गया।
कई लोग उनके चुनिंदा दृष्टिकोण पर सवाल उठा रहे हैं, अभी कुछ दिन पहले ही वह रेड रोड पर थीं, ईद के जश्न में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रही थीं। मालवीय ने आगे कहा कि, वह नियमित रूप से क्रिसमस की पूर्व संध्या पर पार्क स्ट्रीट में प्रार्थना में शामिल होती हैं, फिर भी उन्होंने एक भी रामनवमी जुलूस में हिस्सा नहीं लिया। उनके कार्यों से स्पष्ट पूर्वाग्रह का पता चलता है, हिंदुओं को दूसरे दर्जे का नागरिक मानना और उनकी आस्था और परंपराओं के प्रति अवमानना दिखाना।
शुभेंदु अधिकारी ने रखी राम मंदिर की आधारशिला
रामनवमी के अवसर पर बंगाल में कई जुलूस निकाले गए और कार्यक्रम आयोजित किए गए। खास बात यह रही कि इस उत्सव में भाजपा और टीएमसी दोनों के नेताओं ने हिस्सा लिया। वहीं, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम के सोनाचूरा गांव में राम मंदिर की आधारशिला रखी। अशांति की आशंका को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई थी।
जानकारी के मुताबिक, रामनवमी के मौके पर करीब 2,500 जुलूस निकाले जाने थे। इसे देखते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 6,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
वहीं, शोभा यात्रा के दौरान शुभेंदु अधिकारी भगवा कपड़े पहने नजर आए। उन्होंने सोनाचूरा में मंदिर स्थल तक शोभा यात्रा का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने जय श्री राम के नारे के बीच आधारशिला रखी। जानकारी के लिए बता दें कि इस मंदिर के स्थान का ऐतिहासिक महत्व है। दरअसल, 2007 में यहां भूमि अधिग्रहण विरोधी प्रदर्शन हुआ था। उस दौरान उपद्रवियों द्वारा की गई गोलीबारी में कई लोग मारे गए थे।