India News (इंडिया न्यूज़), Amit Shah, मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भाजपा का मानना ​​है कि संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान नहीं करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के 9 साल पूरे होने के अवसर पर महाराष्ट्र के नांदेड़ में आयोजित एक जनसभा को अमित शाह (Amit Shah) संबोधित कर रहे थे।

  • कई मद्दों पर हमला किया
  • 2019 के समझौते पर बोले
  • झूठ बोलने का आरोप लगाया

उन्होंने कहा कि भाजपा का मानना ​​है कि कोई धर्म के आधार पर आरक्षण क्योंकि यह असंवैधानिक है। (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी प्रमुख) उद्धव ठाकरे को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। ठाकरे से पूछते हुए अमित शाह ने कहा कि तीन तलाक पर, अनुच्छेद 370, राम मंदिर निर्माण, सामान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों पर उद्वव को अपना पक्ष जनता के सामने रखना चाहिए।

ठाकरे ने वादा तोड़ा

2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ सरकार बनाने को लेकर भी उन्होंने उद्वव ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने कह कि उद्धव ठाकरे ने माना था कि अगर 2019 के चुनाव में एनडीए को बहुमत मिला तो फडणवीस महाराष्ट्र के सीएम बनेंगे। लेकिन जब नतीजे घोषित हुए और एनडीए की जीत हुई, तो ठाकरे ने अपना वादा तोड़ दिया और कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर लिया।

शिंदे ही असली शिवसेना

शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को अपना धनुष और तीर वापस मिल गया है और यह तय हो गया है कि असली शिवसेना कौन है। शाह ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “आप दो पत्थरों पर खड़े नहीं हो सकते। आप राज्य के लोगों के सामने बेनकाब हो चुके हैं।” गृह मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान जब पीएम मोदी देशवासियों को वैक्सीन दे रहे थे, तब ठाकरे कार्यालय नहीं गए।

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