India News (इंडिया न्यूज), Waqf Amendment Bill 2025: वक्फ संशोधन बिल को लेकर हर तरफ घमासान मचा हुआ है। ज्यादातर लोग इस बिल को लेकर अफवाह फैला रहे हैं। वहीँ अब गृहमंत्री अमित शाह ने वक्‍फ बोर्ड संशोधन बिल पर को लेकर उड़ाई गई अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए वक्फ बिल से जुड़ी साड़ी जानकारी दी। इस दौरान उन्‍होंने कहा क‍ि वक्‍फ बोर्ड में कोई गैर मुस्‍लि‍म सदस्‍य नहीं होगा। मुसलमान भी ट्रस्‍ट एक्‍ट के अंदर अपना ट्रस्‍ट रज‍िस्‍टर करा सकेगा। इतना ही नहीं बल्कि अमित शाह ने ये भी कहा कि हम वही करने जा रहे हैं जो कभी लालू यादव करना चाहते थे। शाह ने विपक्ष पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा क‍ि ये सिर्फ इसल‍िए विरोध कर रहे हैं क्‍योंक‍ि इनकी लूट खसोट बंद होने वाली है। इस दौरान शाह ने कुछ बातों में समझाया कि आखिर वक्फ बिल है क्या।

  • इस लिए उड़ाई जा रही अफवाह
  • किस लिए है ये बिल
  • जानिए क्या बोले शाह

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इस लिए उड़ाई जा रही अफवाह

इस दौरान अमित शाह ने बताया कि, वक्फ मुस्लिम भाइयों की धार्मिक क्रिया-क्लाप और उनके बनाए हुए दान से ट्रस्ट है। उसमें सरकार कोई दखल नहीं देना चाहती है। मुतवल्ली भी उनका होगा, वाकिफ भी उनका होगा, वक्फ भी उनका होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ये जो भ्रम खड़ा किया जा रहा है कि यह एक्ट मुस्लिम भाइयों के धार्मिक क्रियाकलापों के अंदर उनकी दान की हुई संपत्ति के अंदर दखल करने का है। ये बहुत बड़ी भ्रांति फैलाकर माइनॉरिटी को डराकर अपनी वोटबैंक खड़ी करने के लिए किया जा रहा है।

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किस लिए है ये बिल

वक्फ कानून किसी के द्वारा दान की गई संपत्ति को विनियमित करने के लिए है, चाहे उसका प्रशासन ठीक से हो रहा हो या नहीं, चाहे वह कानून के अनुसार चल रही हो या नहीं, जिस उद्देश्य के लिए वह दान की जा रही है, चाहे वह इस्लाम धर्म के लिए हो, गरीबों के उत्थान के लिए हो… या फिर उसका उपयोग इच्छित उद्देश्य के लिए हो रहा हो या नहीं।

जानिए क्या बोले शाह

इसके अलावा शाह ने कहा कि, अब किसी भी संपत्ति को वक्फ घोषित नहीं किया जा सकेगा। एएसआई, सरकार, आदिवासी समुदाय, निजी नागरिकों की भूमि को कानून के तहत संरक्षण मिलेगा। सभी मुस्लिम समुदाय, चाहे वे शिया, पसमांदा, अहमदिया, बोहरी हों, ट्रस्ट पंजीकृत कर सकते हैं, उन्हें वक्फ प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत नहीं है।

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