Amit Shah in Assam: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह असम के दौरे पर हैं। गुवाहाटी में नवनिर्मित असम भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राज्य मुख्यालय का उद्घाटन किया है। अमित शाह ने इस मौके पर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है। शाह ने कहा कि “आज असम में मैं गृहमंत्री के नाते नहीं आया हूं। मैं आज यहां बीजेपी के एक कार्यकर्ता के नाते आया हूं।”
इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि “असम की महान भूमि को कांग्रेस ने विघटन की, आतंकवाद की, हड़तालों की, आंदोलनों की भूमि बनाया था। लोग हमेशा चिंतित रहते थे कि अगर असम को समावेशी विकास नहीं मिला। तो यह उत्तर पूर्व के लिए एक बड़ी समस्या होगी।”
अमित शाह ने कांग्रेस को बनाया निशाना
गुवाहाटी में गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा को भी संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि “कांग्रेस ने असम को आतंकलैंड बना दिया था। असम के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हितेश्वर सैकिया ने एक बार जब हम एबीवीपी के कार्यक्रम को लेकर असम आए थे तो बहुत पिटवाया था। तब हम नारे लगाते थे- असम की गलियां सूनी है, इंदिरा गांधी खूनी है। तब हमने कभी ये नहीं सोचा था कि असम में लगातार दो बार बीजेपी की सरकार बनेगी। साल 1996 में कांग्रेस नेता हितेश्वर सैकिया निधन हो गया था वो दो बार असम के मुख्यमंत्री बने थे।”
असम को विभाजनकारी बनाने की इच्छुक थी कांग्रेस
शाह ने आगे कहा कि “असम की मुख्य समस्या की कारण कांग्रेस थी, जो हमेशा असम की पवित्र और शांतिपूर्ण भूमि को विभाजनकारी बनाने की इच्छुक थी। मेरे विद्यार्थी परिषद के दिनों में असम में अपने दम पर हमने कभी नहीं सोचा था कि हम सरकार बनाएंगे, लेकिन आज प्रदेश में लगातार बीजेपी का शासन चहुंमुखी विकास सुनिश्चित करता रहा है। मुझे आज बहुत हर्ष है कि 2014 से लेकर 2022 के अल्प काल में आज पूरा नॉर्थ ईस्ट और हमारा असम विकास के रास्ते पर चल पड़ा है।”
कार्यकर्ताओं के लिए बीजेपी कार्यालय एक मंदिर
आपको बता दें कि भाजपा कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर अमित शाह ने कहा कि “मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए ये सौभाग्य का विषय है कि नॉर्थ ईस्ट का विकास और नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी का विकास दोनों एक साथ चले हैं। दूसरी पार्टियों के लिए कार्यालय ईंट-पत्थर से बना हुआ मकान हो सकता है, लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ताओं के लिए ये एक मंदिर होता है। बीजेपी के कार्यकर्ता के लिए कार्यालय कोई भवन नहीं होता है, कार्यालय भावनाओं का एक पुलिंदा होता है। यहां कार्य का रेखांकन होता है, यहीं पर बीजेपी पूरे नॉर्थ ईस्ट की और असम के विकास की योजनाएं बनती हैं।”
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