India News (इंडिया न्यूज़), Arvind Kejriwal, मुंबई: दिल्ली के सीएम और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और अन्य आप नेताओं ने मुंबई में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राउत से मुलाकात की। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने प्रेंस कॉफ्रेंस की।
- केंद्र सरकार ने लाया अध्यादेश
- उद्धव ठाकरे ने दिया समर्थन
- कल मिलेंगे शरद पवार से
उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। मुझे लगता है कि हमें ‘विपक्षी’ दल नहीं कहा जाना चाहिए, बल्कि उन्हें (केंद्र सरकार को) ‘विपक्षी’ कहा जाना चाहिए क्योंकि वे लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ हैं।
2024 में सत्ता में नहीं आएगी सरकार
वही अरविंद केजरीवाल सरकार ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हमसे वादा किया है कि वे संसद में हमारा समर्थन करेंगे और अगर यह विधेयक (अध्यादेश) संसद में पारित नहीं हुआ तो 2024 में मोदी सरकार सत्ता में वापस नहीं आएगी।
23 मई को ममता से मिले
केंद्र सरकरा ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण पर सु्प्रीम कोर्ट ने 11 मई के फैसले के खिलाफ अध्यादेश जारी किया है। अध्यादेश को कानून बनाने के लिए 6 महीने के भीतर संसद से पास करनवाना होता है। केजरीवाल इस कानून के खिलाफ देश भर के नेताओं से मिल रहे है। वह 25 मई को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मिलेंगे।
11 जून को करेंगे महारैली
केजरीवाल ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की, जिन्होंने केजरीवाल को आश्वासन दिया कि तृणमूल कांग्रेस एनडीए सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध करेगी। केजरीवाल ने अध्यादेश के खिलाफ आप की लड़ाई में समर्थन के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो को धन्यवाद दिया।
नीतीश कुमार ने दिया समर्थन
पिछले हफ्ते, केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण को लेकर केंद्र के साथ आप के चल रहे टकराव में जद (यू) नेता ने उन्हें “पूरा समर्थन” दिया। इसके अलावा, आप ने केंद्र के “काले अध्यादेश” के खिलाफ 11 जून को महारैली की योजना की भी घोषणा की है।
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