India News (इंडिया न्यूज), Asaduddin Owaisi: संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत काफी हंगामे के साथ हुई। इस दौरान मंगलवार को लोकसभा में एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) में खाली पदों और ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरा। ओवैसी ने कहा कि देश की ऐतिहासिक इमारतें खराब हो रही हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एएसआई अब हिंदुत्व विचारधारा की कठपुतली बन गई है और अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभा रही है। ताजमहल की हालत पर चिंता जताते हुए ओवैसी ने कहा कि ‘पानी लीक हो रहा है, ताजमहल में दरारें आ गई हैं।’ उन्होंने एएसआई में कर्मचारियों की भारी कमी का मुद्दा भी उठाया और पूछा कि इतने महत्वपूर्ण विभाग में खाली पदों को क्यों नहीं भरा जा रहा है?

सरकार ने दिया ये जवाब

ओवैसी के इन आरोपों का पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जवाब दिया। ओवैसी के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि एएसआई अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता से निभा रही है और ऐतिहासिक धरोहरों का ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने माना कि एएसआई में स्टाफ की कमी है, लेकिन जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 8750 पदों की कमी है, जिसमें से 3203 पद यूपीएससी और एसएससी के तहत भरे जाने हैं।

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ताजमहल में हुई थी मोटर लीक

शेखावत ने कहा कि ताजमहल में मोटर लीक होने की घटना हुई थी, लेकिन उसे तुरंत ठीक कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और विकास दोनों के लिए प्रतिबद्ध है। ओवैसी के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। विपक्ष जहां एएसआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है, वहीं सरकार इसे धरोहरों के सम्मान के साथ विकास का हिस्सा बता रही है।

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