India News(इंडिया न्यूज), Assam Cm Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी पर्यावरण कार्यकर्ता अली तौकीर शेख ने 2010 से 2018 के बीच 18 बार भारत का दौरा किया। सरमा ने यह भी संकेत दिया कि शेख की गतिविधियों और उसके संबंधों की पुलिस जांच के गंभीर राजनीतिक परिणाम हो सकते हैं। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पता लगाएंगे कि इन यात्राओं के दौरान उन्हें किसने आमंत्रित किया और उनकी मेजबानी की। उन्होंने यह भी कहा कि तीन महीने के भीतर पुलिस ऐसे सबूत पेश करेगी जो कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
असम पुलिस ने शेख के खिलाफ बीएनएस और यूएपीए के तहत जांच शुरू कर दी है। उन पर भारत के बाहर ऐसे अपराधों को बढ़ावा देने का आरोप है जो देश की संप्रभुता और सांप्रदायिक सद्भाव को खतरा पहुंचाते हैं। शेख पर असम के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का भी आरोप है। विवाद उनकी कथित सोशल मीडिया गतिविधियों से शुरू हुआ। सरमा के मुताबिक शेख की सोशल मीडिया गतिविधियां पर्यावरण से ज्यादा हिंदू-मुस्लिम समीकरण, पलायन के मुद्दे और राज्य के आंतरिक राजनीतिक मामलों पर केंद्रित हैं।
असम सीएम ने किया यह वादा
शेख की गतिविधियों का पता लगाने के लिए पुलिस की एसआईटी को काम सौंपा गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिया कि अगर राज्य पुलिस अपनी जांच में किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाती है तो एनआईए को भी इसमें शामिल किया जा सकता है। इससे इस जांच का राष्ट्रीय महत्व पता चलता है। सरमा ने कहा कि मैं वादा करता हूं कि हम अली तौकीर के इस नेटवर्क को तोड़ेंगे और अगस्त महीने में विधानसभा में वापस आएंगे। हमें बस तीन महीने का समय दीजिए। हम तथ्यों के साथ वापस आएंगे, जिनका इस्तेमाल किया जाएगा। मैं अनौपचारिक रूप से तथ्यों को जानता हूं। लेकिन ये तथ्य रिकॉर्ड में होने चाहिए। यह कांग्रेस के लिए घातक होगा। इससे असम में सभी को झटका लगेगा।
गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ ब्रिटिश नागरिक हैं
आपको बता दें कि गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ ब्रिटिश नागरिक हैं। वह पहले अली शेख के अधीन एक ऐसे संगठन में काम कर चुकी हैं, जिस पर भारत में आईएसआई के एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप है। असम कैबिनेट के आदेश के बाद असम पुलिस ने अली शेख के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। असम पुलिस के डीजीपी ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व आईपीएस अधिकारी एमपी गुप्ता कर रहे हैं। एसआईटी के अन्य सदस्य आईपीएस प्रणबज्योति गोस्वामी, मोइत्रयी डेका और रोजी कलिता हैं। भाजपा इस मामले को लेकर लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही है और विपक्षी पार्टी पर देश विरोधी तत्वों से संबंध रखने का आरोप लगा रही है। साथ ही एलिजाबेथ द्वारा शादी के 12 साल बाद भी भारतीय नागरिकता न लेने पर भी सवाल उठा रही है।