India News (इंडिया न्यूज), Health Star Rating : भारत में एक्सेस टू न्यूट्रिशन इनिशिएटिव (ATNI) नामक एक वैश्विक NGO की रिपोर्ट ने सबको हिलाकर रख दिया है। ATNI की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेप्सिको, यूनिलीवर और डैनोन जैसी बड़ी और मशहूर कंपनियां भारत और दूसरे गरीब देशों में कम सेहतमंद उत्पाद बेच रही हैं। इस आरोप के बाद सभी के कान खड़े हो गए हैं, क्योंकि देश में इन कंपनियों के उत्पादों का इस्तेमाल करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये सभी कंपनियां ऐसे उत्पाद बेच रही हैं जिनकी स्वास्थ्य रेटिंग उच्च आय वाले देशों में बेचे जा रहे उत्पादों से काफी कम है। ATNI की रिपोर्ट में भारत, केन्या, पाकिस्तान, फिलीपींस, वियतनाम जैसे कम आय वाले देशों का जिक्र किया गया है।

ATNI की रिपोर्ट में क्या कहा गया है?

ATNI की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि लेज़ चिप्स और ट्रॉपिकाना जूस बेचने वाली पेप्सिको का लक्ष्य अपने “स्वस्थ” उत्पादों (जिनका न्यूट्री-स्कोर A/B है) की बिक्री बढ़ाना है, लेकिन ये उत्पाद केवल यूरोपीय देशों में ही बेचे जा रहे हैं। वहीं, यूनिलीवर के खाद्य उत्पादों में क्वालिटी वॉल्स, मैग्नम आइसक्रीम और रेडी-टू-कुक मिक्स जैसे उत्पाद शामिल हैं। डैनोन भारत में प्रोटीनेक्स और एप्टामिल जैसे उत्पाद बेचती है। ये कंपनियां स्वास्थ्य के लिए अपने कम फायदेमंद उत्पादों को गरीब देशों में बेच रही हैं।

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30 कंपनियों की हुई रैंकिंग

एटीएनआई ने भारत और विदेश की 30 बड़ी कंपनियों की रैंकिंग की है, जिसमें पता चला है कि विकसित देशों और गरीब देशों में उनके उत्पादों की स्वास्थ्य रेटिंग काफी अलग है। इस रिपोर्ट में पहली बार विकसित और गरीब देशों में बेचे जा रहे उत्पादों की तुलना की गई है। इन कंपनियों को 5 अंकों पर रेटिंग दी जाती है, अगर किसी उत्पाद को 3.5 से ऊपर का स्कोर मिलता है, तो उसे हेल्दी माना जाता है। रिपोर्ट में पाया गया कि कम आय वाले देशों में खाद्य उत्पादों का औसत स्कोर 1.8 था, जबकि उच्च आय वाले देशों में यह औसतन 2.3 था। रिपोर्ट में पेप्सिको, डैनोन और यूनिलीवर जैसी प्रमुख कंपनियों का भी जिक्र है, जो भारत में सक्रिय हैं।

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