India News(इंडिया न्यूज),Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा समारोह शुरू हो गया है। प्रतिष्ठा समारोह से पहले, भगवान राम की नई मूर्ति को गुरुवार दोपहर राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रखा गया। मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की 51 इंच की मूर्ति को मंदिर में लाया गया। राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास ने कहा कि अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक चलेगा। 11 पुजारी सभी देवी-देवताओं का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं। 22 तारीख तक चलने वाले अनुष्ठान के यजमान मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी उषा मिश्रा हैं।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख

22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से पुष्टि की गई है कि इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। इससे पता चलता है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को कितने बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी की जा रही है। कई राज्य सरकारों ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। साथ ही देशभर में कार्यरत केंद्रीय कर्मचारियों को इस मौके पर आधे दिन की छुट्टी दी जाएगी।

रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समय

रामलला प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र समारोह आगामी सोमवार को होना है। इस दिन राम मंदिर के अंदर रामलला का अभिषेक दोपहर 12:15 बजे से 12:45 बजे के बीच होगा। कहा जा रहा है कि इस पवित्र क्षण के दौरान मूर्ति को दैवीय ऊर्जा प्राप्त होगी, जो मंदिर को आध्यात्मिक महत्व और पवित्रता से भर देगी। देशभर के श्रद्धालु इस समय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

दर्शन का समय

अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन का समय सुबह 7 बजे से 11:30 बजे के बीच रहेगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक एक बार फिर दर्शन के लिए दरवाजे खुलेंगे। इस तरह श्रद्धालु दिन में दो बार रामलला के दर्शन कर उनका आशीर्वाद ले सकेंगे। 22 जनवरी के बाद बड़ी संख्या में लोगों के अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है। इसे ध्यान में रखते हुए दर्शन का समय तय किया गया है।

कब होगी आरती?

राम मंदिर में हर दिन तीन बार आरती होगी. इसका समय क्रमशः सुबह 6:30 बजे, दोपहर 12:00 बजे और शाम 7:30 बजे है। आरती समारोह में भाग लेने के लिए पास की आवश्यकता होगी।

  • सुबह 6:30 बजे: श्रृंगार/जागरण आरती
  • दोपहर 12 बजे: भोग आरती
  • शाम 7:30 बजे: संध्या आरती

मुख्य आचार्य होंगे काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित

आपको बता दें कि 121 आचार्य अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठानों का संचालन कर रहे हैं और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ अनुष्ठानों की सभी कार्यवाही की देखरेख, समन्वय और निर्देशन कर रहे हैं। मुख्य आचार्य काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे। आने वाले दिनों में तीर्थ पूजन, जल यात्रा और गंधाधिवास जैसे अनुष्ठान होंगे। इसमें प्रायश्चित और कर्मकुटी पूजन सोमवार को करना होता है। पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंत में भाषण देंगे जिसमें 8,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। हालाँकि, उनमें से केवल कुछ को ही मंदिर के गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति होगी। ट्रस्ट ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सात अधिवास हैं।

प्रवेशिका का एक प्रारूप संलग्न

भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा।

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