India News (इंडिया न्यूज), Azim Premji Donation: भारत के शीर्ष औद्योगिक घरानों में शामिल प्रेमजी परिवार देश का सबसे बड़ा दानदाता है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, प्रेमजी परिवार 3 पीढ़ियों से देश के व्यापार जगत में अपनी पहचान बनाए हुए है। यह परिवार न केवल व्यापार में सफलता की मिसाल है, बल्कि अपनी दरियादिली और समाज सेवा के लिए भी मशहूर है। आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी इस परिवार के मुखिया हैं और भारत के सबसे अमीर मुस्लिम कारोबारी माने जाते हैं। उनके परिवार की दान देने की परंपरा भी काबिले तारीफ है। कहा जा रहा है कि प्रेमजी का परिवार रोजाना करीब 27 करोड़ रुपये दान करता है।

अजीम प्रेमजी का जन्म

अजीम प्रेमजी का जन्म 1945 में मुंबई में हुआ था। उनके पिता मोहम्मद प्रेमजी म्यांमार से भारत आए और चावल व्यापारी के तौर पर अपना कारोबार स्थापित किया। हालांकि, बंटवारे के समय पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने उन्हें पाकिस्तान आने का न्योता दिया था, लेकिन मोहम्मद प्रेमजी ने इसे ठुकरा दिया और भारत में ही अपना कारोबार बढ़ाने का फैसला किया। अजीम प्रेमजी अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका चले गए, लेकिन जब 1965 में उनके पिता की मौत हो गई, तो उन्हें पढ़ाई छोड़कर भारत लौटना पड़ा और अपने पिता का कारोबार संभालना पड़ा। उस समय कंपनी कर्ज में डूबी हुई थी, लेकिन अजीम ने अपनी मेहनत से इसे संकट से निकाला और नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

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विप्रो कंपनी की शुरुआत की

1977 में अजीम प्रेमजी ने विप्रो कंपनी की शुरुआत की, जो आज दुनिया की अग्रणी आईटी कंपनियों में से एक है। उन्होंने विप्रो को पहले हार्डवेयर और बाद में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की दिशा में आगे बढ़ाया, जिससे यह कंपनी वैश्विक स्तर पर उभरी। आज विप्रो का बाजार पूंजीकरण तीन ट्रिलियन रुपए (3 ट्रिलियन) तक पहुंच गया है।

दान देने में अव्वल हैं अजीम प्रेमजी

अजीम प्रेमजी न सिर्फ अपने कारोबार में सफल हैं, बल्कि उन्होंने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा समाज सेवा में भी दान कर दिया है। दान देने की उनकी परंपरा भी काफी प्रेरणादायक है। कई मीडिया हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 19वें सबसे अमीर शख्स अजीम प्रेमजी रोजाना करीब 27 करोड़ रुपये दान करते हैं। अजीम प्रेमजी की कुल नेटवर्थ 12.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की स्थापना 9 मार्च 2001 को भारतीय कंपनी अधिनियम 1956 की धारा 25 के तहत की गई थी। तब से अजीम प्रेमजी ने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा परोपकारी निधि बनाने के लिए दान कर दिया है, जिसका मूल्य जनवरी 2023 तक लगभग 2,40,000 करोड़ रुपये ($29 बिलियन) है। यह निधि फाउंडेशन की विभिन्न पहलों का समर्थन करने वाली वित्तीय संपत्ति है।

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क्या-क्या करता है अजीम प्रेमजी फाउंडेशन?

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। अगर हम शिक्षा की बात करें तो फाउंडेशन का प्राथमिक ध्यान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर है, जिसमें सरकारी स्कूलों के नेटवर्क को मजबूत करने और शिक्षकों की क्षमता विकास पर जोर दिया जाता है। तो वहीं, स्वास्थ्य के क्षेत्र में  गांवों और शहरी क्षेत्रों में कमजोर समुदायों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाता है। इसके अलावा आजीविका के क्षेत्र में फाउंडेशन विभिन्न समूहों और समुदायों को एक स्थायी आय अर्जित करने और एक सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करता है। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन अन्य क्षेत्रों में भी अपना योगदान देते हैं। जिसमें बच्चों, महिलाओं के अधिकार, नागरिक समाज, जल, कला और संस्कृति जैसी कई अन्य पहल शामिल हैं।

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