(दिल्ली) : राजस्थान की बाड़मेर पहुंचे स्वामी रामदेव ने एक धर्मसभा के दौरान इस्लाम और ईसाइयत पर ऐसी टिप्पणियां कर दी हैं, जिसके कारन वो विवादों में घिर गए हैं। बता दें, योगगुरु बाड़मेर जिले में पनोणियो का तला गांव में ब्रह्मलीन तपस्वी संत धर्मपुरी महाराज के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने पहुंचे थे। इस दरम्यान स्वामी रामदेव ने कहा कि इस्लाम का मतलब नमाज पढ़ना और उसके बाद कुछ भी करना है। जिहाद करना, हिंदू लड़कियों को उठाना, नमाज पढ़ने के बाद ये सब जायज है। इसी तर्ज पर उन्होंने ईसाई पंथ को लेकर भी विवादित टिप्पणी कि है।

इस्लाम पर अभद्र टिप्पणी

इस्लाम पर अभद्र टिप्पणी करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, मुस्लिमों के लिए बस नमाज पढ़ना जरूरी है। नमाज पढ़कर कुछ भी करो तो सब जायज है। उनके यहां जन्नत का मतलब है कि घुटने के ऊपर पायजामा पहनो, मूंछ कटवा लो, टोपी पहन लो। उन्होंने येह भी कहा कि, ये मैं नहीं कहता बल्कि वे ऐसा करते हैं। ऐसी जन्नत तो जहन्नुम से भी बदतर है। ये पागलपन अलावा कुछ भी नहीं है।

ईसाईयत पर रामदेव का कटाक्ष

इस्लाम पर विवादित टिप्पणी कि बाद स्वामी रामदेव ने ईसाई धर्म पर भी विवादित बयान दिया। बाबा रामदेव ने कहा, दिन में चर्च में मोमबत्ती जलाकर सारे पाप धुल लेते हैं बल्कि हिन्दू धर्म में ये सब नहीं होता। उन्होंने आगे यह भी कहा, वे किसी की आलोचना नहीं कर रहे जो सही है वही कह रहे। कोई पूरी दुनिया को इस्लाम में बदलने पर तुला है तो कोई ईसाइयत में तब्दील करने में जुटा है।