India News (इंडिया न्यूज), Indian Army Action Baghpat: क्या आपने कभी घरेलू झगड़े में सेना के दगल के बारे में सुना है? बागपत में दो भाइयों के बीच मकान के बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद में भारतीय सेना के जवान उतर आए। सेना में कर्नल पद पर तैनात भाई ने अपने भाई और चाचा से मकान पर कब्जा लेने के लिए जवानों की टुकड़ी भेज दी। आधा दर्जन जवान फिल्मी अंदाज में गांव में पहुंचे और मकान का गेट और ताले तोड़कर कब्जा कर लिया। इतना ही नहीं जवानों ने हथौड़े की मदद से मकान के लोहे के गेट को तोड़ दिया और उसे अपने ट्रक में डालकर ले गए। जवानों द्वारा मकान के ताले और गेट तोड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद बड़ौत कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कौन हैं लेफ्टिनेंट कर्नल तरुण?
लेफ्टिनेंट कर्नल तरुण कुमार जम्मू-कश्मीर में सिग्नल रेजिमेंट में तैनात हैं और वह मेरठ से सैन्य वाहन में जवानों को लेकर आए थे। गांव वाजिदपुर निवासी धीर सिंह तोमर ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2012 में गांव सरूरपुर खेड़की के इंटर कॉलेज से प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वर्तमान में वह अपनी पत्नी सुशीला और नाबालिग पोती हिमांशी के साथ गांव में रहते हैं। हिमांशी कक्षा 11 में पढ़ती है।
सेना के वाहन में जवानों को लेकर आए लेफ्टिनेंट
उन्होंने दिसंबर 2024 में गांव में अपनी पुश्तैनी जमीन पर मकान बनवाना शुरू किया था। यह मकान उन्होंने पोती हिमांशी को गिफ्ट किया था। हिमांशी के पिता की 2011 में मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि मकान बनकर तैयार होने पर उनके छोटे भाई ऋषिपाल और उनके बेटे लेफ्टिनेंट कर्नल तरुण कुमार ने 17 मई 2025 को मकान का ताला तोड़ दिया। 19 मई को दोपहर 2 बजे ऋषिपाल, उनकी पत्नी और बेटे लेफ्टिनेंट कर्नल तरुण कुमार सेना के वाहन में कुछ जवानों को लेकर आए।
वाहन की नंबर प्लेट पर सफेद कागज लगा था। उन्होंने घर का ताला तोड़ दिया और उसका गेट उखाड़कर सेना की गाड़ी में डाल दिया। घर का सामान तोड़ दिया गया। जब हिमांशी ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो उसके साथ मारपीट की गई और धमकी दी गई कि अगर वह इस घर में रही तो सबको गोली मार दी जाएगी। वीडियो में सैनिक गेट तोड़ते नजर आ रहे हैं।