India News (इंडिया न्यूज), Bahraich Communal Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार (13 अक्टूबर) को सांप्रदायिक दंगा भड़क गया। इस दौरान एक युवक की जान चली गई। वहीं सीएम योगी के साल 2017 में सत्ता संभालने के बाद पहली बार इतनी बड़ी हिंसा भड़की है। हरदी इलाके में मां दुर्गा के विसर्जन जुलूस पर मुसलमानों ने पथराव किया। जब तक लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग में 20 साल के एक युवक की जान चली गई। बताया जा रहा है कि कट्टरपंथी मुसलमानों ने युवक के शरीर को 20 गोलियों से छलनी किया।
सोशल मीडिया पर उठ रही कड़ी सजा की मांग
बता दें कि, इस घटना के बाद सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक हत्यारों को फांसी देने की मांग हो रही है। वहीं लोगों ने योगी सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि इस घटना के बाद से सीएम योगी एक्शन में हैं, फिर भी लोग शांत नहीं हो रहे हैं। सीएम योगी की पोस्ट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने पोस्ट किया है कि इन जिहादियों की गर्मी को शांत करो। एक ने लिखा है कि आपकी सरकार की साख कमजोर हो रही है, क्योंकि उन्हें पता है कि यही ताकत है। ऐसी कार्रवाई करो कि उनकी सात पीढ़ियां दंगा करने के बारे में न सोचें।
जानें क्या है पूरा मामला?
यह मामला हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है। रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए महाराजगंज बाजार में जुटी भीड़ पर मुसलमानों ने पथराव किया। इतना ही नहीं, फायरिंग भी की। इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति बुरी तरह घायल है। राम गोपाल की शादी को अभी 4 महीने ही हुए थे। परिवार का आरोप है कि मुस्लिम भीड़ ने उसे घसीटकर बाहर निकाला और फिर गोली मार दी।
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