India News (इंडिया न्यूज), Bahraich Violence: बहराइच हिंसा मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों को अदालत ने शुक्रवार को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने शुक्रवार (18 अक्टूबर) को सुरक्षा कारणों से पांचों आरोपियों को अपर जिला जज पूनम पाठक के आवास पर पेश किया। इस दौरान आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। जिसके बाद कोर्ट ने आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों से गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद फहीम, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजल को अपर जिला जज पूनम पाठक के आवास पर लाया गया था।
दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान भड़की थी हिंसा
बता दें कि, पुलिस मुठभेड़ में घायल सरफराज और तालीम को भी अस्पताल से कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। दोनों गुरुवार को पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए थे। उनके पैर में गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दरअसल, बहराइच जिले के महाराजगंज इलाके में 13 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। जिसमें गोली लगने से एक युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी। इसके बाद अगले दिन पूरे इलाके में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें आगजनी की घटनाएं देखने को मिली थीं। गौरतलब है कि गुरुवार को पुलिस ने इस मामले में मुठभेड़ के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था, इनमें से दो आरोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गए थे।
मुठभेड़ में दो आरोपियों को लगी गोली
दरअसल, यह मुठभेड़ भारत-नेपाल सीमा नानपारा कोतवाली इलाके में सरयू मुख्य नहर के पास हाड़ा बसेहरी में हुई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे, जिसके बाद पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अन्य ठोस कार्रवाई की जाएगी। उधर, मृतक रामगोपाल मिश्रा की पत्नी डॉली मिश्रा का बयान भी सामने आया है। डॉली मिश्रा ने पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें न्याय नहीं दिया जा रहा है। दो आरोपियों का एनकाउंटर सिर्फ दिखावे के लिए किया गया है, इसलिए उनके पैर में गोली मारी गई है।