India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Hindu Attacked: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर भारत में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इस बीच, असम की बराक घाटी के होटलों ने घोषणा की है कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों पर हमले बंद नहीं हो जाते, तब तक वे किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को अपनी सेवाएँ नहीं देंगे। बता दें कि, बराक घाटी में कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांडी तीन जिले शामिल हैं और यह घाटी बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के साथ 129 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करती है।
इन जिलों के होटलों में बांग्लादेशियों के प्रवेश पर बैन
बता दें कि, बराक घाटी होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबुल राय ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को संवाददाताओं से कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक है। हम इसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं कर सकते, इसलिए हमने फैसला किया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता और हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं होते, तब तक हम बराक घाटी के तीन जिलों में पड़ोसी देश के किसी भी नागरिक को नहीं रखेंगे। यह हमारा विरोध करने का तरीका है। बाबुल राय ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में स्थिरता लौट आए। अगर स्थिति में सुधार होता है, तभी हम अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकते हैं।
हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन
दरअसल, कुछ दिन पहले, बजरंग दल ने सिलचर में आयोजित एक वैश्विक प्रदर्शनी के आयोजकों से पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में बांग्लादेशी उत्पाद बेचने वाले दो स्टॉल बंद करने को कहा था और उनकी मांग मान ली गई थी। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ दिल्ली की सिविल सोसाइटी के बैनर तले 10 दिसंबर, 2024 को बांग्लादेश दूतावास तक मार्च निकालेगा। आरएसएस के एक पदाधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 200 से अधिक सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि विरोध मार्च में शामिल होंगे।