India News (इंडिया न्यूज), CM Yogi Adityanath On Bangladesh Violence : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर नया बयान दिया है। शुक्रवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर लखनऊ में अंबेडकर महासभा में सीएम योगी ने कहा कि आज बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं, बौद्धों और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्या की जा रही है। उन्हें जलाया जा रहा है। उनकी संपत्ति लूटी जा रही है। इतना ही नहीं माताओं-बहनों की इज्जत से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “देश को बंटने मत दीजिए। अगर ऐसा हुआ तो आर-पार की लड़ाई शुरू हो जाएगी”, जो आज हमारे सामने है।
‘कुछ लोग समाज को बरगला रहे हैं’
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर सीएम योगी ने हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आज कुछ लोग समाज को बरगला रहे हैं। वे समाज में झूठ फैला रहे हैं। ये वही लोग हैं जो उस समय चुप थे जब हैदराबाद के निजाम और उनके रजाकारों द्वारा दलितों के गांव जलाए जा रहे थे। उस दौरान उनका शोषण हो रहा था।
‘बांग्लादेश में जिन्ना का जिन्न’
सीएम योगी ने कहा कि जब तक बांग्लादेश में जिन्ना का जिन्न रहेगा, ऐसी अराजकता चलती रहेगी। बांग्लादेश में गरीबों और वंचितों का शोषण हो रहा है। सीएम योगी ने कहा कि,बाबा साहब ने 1946-47 में ही लोगों को इसके बारे में आगाह कर दिया था, उन्होंने कहा था कि देश को बंटने मत दो। अगर ऐसा हुआ तो आर-पार की लड़ाई शुरू हो जाएगी, जो आज हमारे सामने है। सीएम योगी ने आज जो कुछ भी हो रहा है उसे 1947 का वीभत्स रूप बताया।
हिंदुओं की घटती आबादी
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 1947 में पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की बड़ी आबादी थी। 1971 तक बांग्लादेश में 22 प्रतिशत हिंदू रहते थे, आज यह घटकर छह से आठ प्रतिशत रह गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि योगेंद्र नाथ मंडल की बातों से गुमराह हुए लोग आज पाकिस्तान और बांग्लादेश में अत्याचार झेल रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा, ”जिन लोगों ने हमेशा दलितों को अपना वोट बैंक बनाकर उनका शोषण किया है, वे बांग्लादेश की घटना पर चुप हैं।
डिप्टी CM बनने का मिला इनाम! अजित पवार को इस मामले में ट्रिब्यूनल ने दी बड़ी राहत, जानें पूरा मामला?