India News (इंडिया न्यूज), Bank Cheque Rules: डिजिटल युग में अधिकतर बैंकिंग सेवाएं ऑनलाइन हो चुकी हैं। अब चाहे पैसे भेजने हों या मंगवाने हों, बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती। फोन पे, गूगल पे और UPI जैसे माध्यमों से आप मिनटों में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके बावजूद, आज भी कई लोग चेक के माध्यम से लेनदेन करना पसंद करते हैं। अगर आप भी चेक का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे जुड़े नियमों की जानकारी होना आवश्यक है। आपकी एक छोटी-सी गलती से चेक बाउंस हो सकता है, जिससे आपको भारी आर्थिक और कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

भारत में चेक बाउंस होना एक गंभीर अपराध है। इसके परिणामस्वरूप न केवल जुर्माना लगाया जा सकता है, बल्कि आपको जेल भी हो सकती है। इसलिए, चेक से संबंधित नियमों को समझना और उनका पालन करना अत्यंत आवश्यक है। आइए, चेक से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियमों पर विस्तार से चर्चा करें।

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चेक के पीछे साइन क्यों किया जाता है?

चेक जारी करते समय उस पर साइन करना अनिवार्य है। लेकिन, कई लोग यह नहीं जानते कि चेक के पीछे कब और क्यों साइन किया जाता है।

  1. बियरर्स चेक के लिए साइन: ​​बियरर्स चेक वह होता है जिसे बैंक में जाकर नकद प्राप्त किया जा सकता है। इस प्रकार के चेक में किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिखा होता। चूंकि यह बिना किसी नाम के होता है, इसलिए इसे अधिक सुरक्षा के लिए चेक के पीछे साइन करना आवश्यक है।
  2. सुरक्षा कारण: यदि आपका बियरर्स चेक खो जाता है या चोरी हो जाता है, तो उसे पाने वाला व्यक्ति बैंक में जाकर पैसे निकाल सकता है। इसलिए बैंक यह सुनिश्चित करता है कि चेक के पीछे साइन करने से लेनदेन आपकी सहमति से हो रहा है।
  3. सत्यापन: जब कोई तीसरा व्यक्ति बियरर्स चेक के माध्यम से बैंक से पैसे निकालने जाता है, तो बैंक चेक पर किए गए साइन को सत्यापित करता है। इसके अलावा, 50,000 रुपये से अधिक की राशि निकालने पर बैंक आईडी प्रूफ भी मांगता है।

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चेक के प्रकार और साइन के नियम

बियरर्स चेक (Bearer’s Cheque):

  • साइन की आवश्यकता: बियरर्स चेक के पीछे साइन करना अनिवार्य है।
  • सुरक्षा उपाय: बैंक बिना साइन किए हुए बियरर्स चेक स्वीकार नहीं करता।
  • उपयोग: यदि चेक खो जाता है, तो इसका गलत उपयोग रोका जा सके।

ऑर्डर चेक (Order Cheque):

  • ऑर्डर चेक में किसी व्यक्ति का नाम लिखा होता है।
  • इसके पीछे साइन करने की आवश्यकता नहीं होती।
  • यह अधिक सुरक्षित होता है क्योंकि केवल निर्दिष्ट व्यक्ति ही चेक का उपयोग कर सकता है।

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चेक बाउंस के संभावित परिणाम

  1. कानूनी कार्रवाई: भारत में चेक बाउंस होना एक दंडनीय अपराध है। इसके लिए आपको आर्थिक दंड के साथ जेल भी हो सकती है।
  2. ध्यान रखने योग्य बातें:
    • चेक जारी करते समय सुनिश्चित करें कि सभी जानकारी सही और पूरी हो।
    • हस्ताक्षर स्पष्ट और बैंक में दर्ज सिग्नेचर से मेल खाते हों।

चेक से लेनदेन करते समय सावधानी और नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। खासतौर पर बियरर्स चेक के मामले में पीछे साइन करने से आप अनावश्यक जोखिमों से बच सकते हैं। डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं के इस दौर में भी, चेक से भुगतान करते समय इन नियमों का ध्यान रखना आपकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

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डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।