India News (इंडिया न्यूज), Kumbh Mela 2025: बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने यूपी के प्रयागराज कुंभ मेले में संतों द्वारा लगाए गए होर्डिंग्स का कड़ा विरोध किया है। मौलाना ने कहा है कि कुंभ मेला धार्मिक पवित्र मेला है, यहां राजनीति करना इस मेले की पवित्रता के खिलाफ होगा। मौलाना ने मेले में पहुंचने वाले अखाड़ा परिषदों के साथ-साथ राज्य सरकार से मांग की है कि ऐसी बातें करने वालों पर रोक लगाई जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड में जितनी भी जमीन है, वह मुसलमानों ने दी है। किसी हिंदू ने कोई जमीन नहीं दी है।
रामानंदाचार्य ने प्रयागराज कुंभ मेले में लगाए होर्डिंग्स
दरअसल, जगतगुरु रामानंदाचार्य ने प्रयागराज कुंभ मेले में होर्डिंग्स लगाए हैं। जिस पर लिखा है कि वक्फ के नाम पर संपत्ति की लूट है। धर्मनिरपेक्ष देश में यह कैसी छूट है। इसके अलावा जगतगुरु रामानंदाचार्य ने इससे पहले भी एक और होर्डिंग लगाई थी। डरेंगे तो मारेंगे। ऐसे होर्डिंग्स लगाए गए थे जिसकी पूरे देश में खूब चर्चा हुई थी।अब बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने विरोध जताते हुए कहा है कि कुंभ मेला हिंदू धर्म का बहुत ही पवित्र मेला और स्थल है।
सभी संतों और अखाड़ा परिषदों की जिम्मेदारी है कि कुंभ मेले को हिंदू-मुस्लिम अखाड़ों का मेला न बनाया जाए। लेकिन सभी संतों और महात्माओं ने कुंभ मेले को ऐसा अखाड़ा बनाया है कि इस मेले में सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
मौलाना की वक्फ बोर्ड पर सफाई
मौलाना ने आगे कहा है कि वक्फ बोर्ड का गठन असहाय विधवाओं की मदद के लिए किया गया था। वक्फ बोर्ड में जितनी भी जमीन है, वह मुसलमानों ने दी है। किसी हिंदू ने कोई जमीन नहीं दी है और यह बोर्ड सरकार द्वारा नियंत्रित है, इसी तरह सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए, मैं इसका समर्थन करता हूं। मंदिरों और मठों में जमीन और संपत्तियों की निगरानी के लिए सनातन बोर्ड का गठन होना बहुत जरूरी है।मौलाना ने कहा है कि साधु-संत इस समय हिंदू मुस्लिम एकता के दुश्मन हैं। वे हिंदू और मुस्लिम के नाम पर देश को बांटना चाहते हैं, जो कभी नहीं होगा। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि हिंसा भड़काने वालों और समाज को बांटने की बात करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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