India News (इंडिया न्यूज), Baton Baton Mein: देश में लोकसभा का चुनाव के ढोल बज रहा है। ऐसे में विपक्ष के बीच जुबानी जंग पहले से भी ज्यादा तेज हो गई है। सवाल उठता है आखिर इन चुनावों में कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा क्या है। पूछा यह भी जा रहा है कि क्या विपक्ष भी मुस्लिमों को मुख्यधारा में रखने से परहेज कर रहा है। जिस तेजी से कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, उसने भी सवाल खड़े कर रहा है। इन तमाम मसलों पर कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने इंडिया न्यूज के साथ खास बातचीत में खुल कर अपनी बात रखी। उन्होनें बीजेपी पर तीखे वार करते हुए राहुल गांधी की जमकर तारीफ की। वहीं बीजेपी पर जमकर हमलावर हुए।
- देश की GDP में बड़ा उछाल आया
- कांग्रेस हमेशा से मुस्लिमों के नाम पर क्यों खेलती है
- मोदी की कमजोर नब्ज मुझे पता है-कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी
पेश हैं बातचीत के अहम अंश
देश की GDP में बड़ा उछाल आया ?
इस सवाल पर जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि राहुल गांधी 2 बार मणिपुर में जान दांव पर लगा कर गए। लेकिन एक बार भी पीएम मोदी वहां नहीं गए। अघोषित आपातकाल लगा लो और कहो देश में 10 साल से कोई दंगा नहीं हुआ।
कांग्रेस हमेशा से मुस्लिमों के नाम पर क्यों खेलती है ?
सवाल पर जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद इमरान ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस तो नहीं लेकिन पीएम मोदी ही अक्सर ऐसा करते हुए नजर आते हैं। तीन तलाक का क्रेडिट वो ले गएं। ऐसी तमाम चीजें हैं जिस पर भाजपा राजनीति कर रही है।
आम चुनाव में कांग्रेस के लिए BJP के सामने सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
BJP का पिछले 10 साल का कामकाज ही जनता के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है। चाहे हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा हो या महंगाई कम करने का, जनता समझ चुकी है कि ये सब जुमले ही थे। BJP का झूठ इस चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा है। यही वजह है कि 2024 का चुनाव BJP बनाम देश की जनता का चुनाव बन गया है।
I.N.D.I.A. एकजुट क्यों नहीं रह पाया?
पश्चिम बंगाल में ममता साथ नहीं हैं तो केरल में लेफ्ट। इसका कितना असर पड़ेगा?
I.N.D.I.A. एकजुट और मजबूत है। BJP ने इसे लेकर दुष्प्रचार किया जो सफल नहीं हुआ। पहले चरण के चुनाव में जिस प्रकार जनता ने I.N.D.I.A. के पक्ष में उत्साह दिखाया, उससे BJP का मनोबल कमजोर हुआ है। प्रधानमंत्री का चुनावी भाषण इस बात का प्रमाण है कि वह पहले चरण के चुनाव की ग्राउंड रियलिटी समझ चुके हैं। तभी वह न सिर्फ मनमोहन सिंह के बयान पर झूठ बोल रहे हैं, बल्कि अपने भाषण में सांप्रदायिकता परोस रहे हैं। अफसोस है कि चुनाव आयोग आंख मूंदकर बैठा है।
पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु- सभी जगहों पर जनता I.N.D.I.A. के पक्ष में है। दूसरी बात, कांग्रेस अपने सहयोगियों को लेकर हमेशा पारदर्शी और ईमानदार रही है। आप अगर BJP के पूर्व और वर्तमान सहयोगियों को देखें, तो उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान BJP ने ही पहुंचाया है।
मुस्लिमों को कांग्रेस क्या संदेश देगी?
आरोप हैं कि विपक्ष भी अब मुस्लिमों को राजनीतिक स्पेस देने से बचने की कोशिश कर रहा है..
कांग्रेस सभी को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। सभी धर्म, जाति के लोगों का कांग्रेस में बराबरी का सम्मान है। इमरान प्रतापगढ़ी इसका एक उदाहरण है। BJP समेत तमाम विरोधियों को इस तरह का आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली BJP के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को किस तरह काउंटर करेंगे?
भारत विभिन्नता में एकता का देश है। यहां विभिन्न धर्म और पंथ को मानने वाले लोग हैं। सदियों से पूरे विश्व में इस बात से हमारी पहचान है, हमें सराहा जाता है। आज देश के सामने सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई है।
अब तक देखा गया कि विपक्ष लोकल मुद्दों पर ज्यादा जोर दे रहा है। कोई खास रणनीति?
हम जनता के बीच जा रहे है, उनके मुद्दों पर बात कर रहे हैं। जनता के साथ छलावा हुआ है, युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेला गया है। अग्निवीर योजना के नाम पर युवाओं का करियर चौपट किया गया। पेपर लीक की बढ़ती घटनाओं ने युवाओं का भरोसा तोड़ा है। हम स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ वैश्विक चुनौतियों से भी जनता को अवगत करा रहे हैं। पूरे विश्व में भारत की साख में कमी आई है, पड़ोसी देशों को लेकर बनी हमारी विदेश नीति बुरी तरह विफल है, चीन लद्दाख में घुसा चला आ रहा है, पूरा लद्दाख प्रदर्शन कर रहा है।
लेकिन नरेंद्र मोदी के सामने कोई विपक्ष का पीएम उम्मीदवार नहीं देना क्या कमजोरी नहीं है?
देश में एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत लोग सांसद चुनते हैं। वे सांसद बहुमत के आधार पर मिलकर एक नेता चुनते हैं। यही अंतर भारत और अमेरिका के चुनाव में है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। BJP का विश्वास इन संवैधानिक संस्थाओं में नहीं है, इसलिए वे बार बार इसके साथ छेड़छाड़ की बात करते हैं। इसलिए हम संविधान बचाने की बात करते हैं। हम कहते हैं कि गरीब, कमजोर, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक तबकों के अधिकार इन संस्थाओं को बचाकर और इन्हें संविधान सम्मत तरीके से चला कर ही सुरक्षित रखे जा सकते हैं। देश संविधान से चलेगा, किसी खास विचारधारा से नहीं। हम BJP की संविधान बदलने की साजिश को बेनकाब कर रहे हैं और जनता को BJP नेताओं के संविधान बदल देंगे वाला बयान याद दिला रहे हैं।