इंडिया न्यूज़(नई दिल्ली): मोदी 2.0 कैबिनेट का 31 जनवरी को बजट सत्र शुरू होने से पहले मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावनाएं जताई जा रही हैं. चर्चा तो ये भी है कि भाजपा पार्टी संगठन में भी बड़ा बदलाव कर सकती है. दरअसल, इस साल के विधानसभा चुनावों और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियों में जुटी है. वहीं दूसरी ओर, इसी महीने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बड़ा फेरबदल की अटकलें भी लगाई जा रही हैं वर्तमान मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड और भाजपा की राजनीतिक जरूरतों के हिसाब से यह बदलाव होने की संभावना है.

बजट सत्र से पहले मंत्रीमंडल फेरबदल संभव

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में आखिरी फेरबदल जुलाई 2021 में केवल एक बार किया है, जबकि उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में  तीन बार अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल किया था. भाजपा कार्यकारिणी की बैठक 16-17 जनवरी को दिल्ली में होनी है.  हालांकि, पार्टी और सरकार ने अभी तक इस बारे में  कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्र तो यही कह रहे हैं कि  यह फेरबदल 31 जनवरी को संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले किसी भी दिन हो सकता है.

इन चेहरों को मिल सकती है जगह?

कहा जा रहा है कि इस फेरबदल में महाराष्ट्र में भाजपा की शिवसेना के शिंदे गुट के साथ चल रही  गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को समर्थन करने वाले शिवसेना सांसदों को प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है अटकलें ये भी हैं कि भाजपा लोजपा(आर) के सांसद चिराग पासवान को भी मंत्रीमंडल में जगह दे सकती है बता दें चिराग पासवान को उनके पिता और बिहार के दिग्गज नेता रामविलास पासवान के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता है. इसके अलावा इस साल चुनावी राज्यों विशेषकर कर्नाटक,राजस्थान,मध्यप्रदेश,तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों को भी मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है. आपको यहां बताते चले कि जेडीयू और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का भाजपा से अलग होने के बाद कुछ मंत्रालय खाली हुए हैं और कुछ की मंत्रीपरिषद से छुट्टी भी हो सकती है.

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