कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा आज अपने आखिरी पड़ाव जम्मू-कश्मीर पहुंच चुकी है। जम्मू-कश्मीर पहुंचते ही नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में उनका स्वागत किया और राहुल कि तुलना शंकराचार्य से कर दी। फारूक अब्दुल्ला ने कहा “कई साल पहले, शंकराचार्य ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की थी और आज आप इसे कर रहे हैं।”
अब्दुल्ला ने कहा कि आज का भारत राम या गांधी का भारत नहीं है क्योंकि लोग धर्म के नाम पर बंटे हुए हैं। उन्होंने कहा, “अगर हम एक साथ हैं, तो हम वर्तमान समय की नफरत को दूर करने में सक्षम होंगे।”
क्या है भारत जोड़ो यात्रा ?
भारत जोड़ो यात्रा चल रहा एक जन आंदोलन है, जिसका नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर रहे है। इस यात्रा की शुरुवात, पैदल ही, 7 सितंबर को तमिलनाडु के शहर कन्याकुमारी से हुई थी। यह यात्रा 150 दिनों में देश के 12 राज्यों से होकर, 3,570 किलोमीटर की दूरी तय कर, जम्मू कश्मीर में जाकर समाप्त होगी। अभी यह यात्रा 10 राज्यों के 52 जिलों को कवर करते हुए जम्मू-कश्मीर के कठुआ है।
क्यों हो रही है ये यात्रा ?
दरअसल यह यात्रा सरकार की नीतियों के खिलाफ जैसे चरमराई अर्थव्यवस्था, बढ़ती महंगाई और बेरोज़गारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए है।
कांग्रेस के मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा अन्याय के खिलाफ भारत के लोगों की आवाज़ को एकजुट करने का आंदोलन है। यह यात्रा सरकार द्वारा प्रत्येक भारतीय की आकांक्षाओं की उपेक्षा के खिलाफ खड़े होने का आह्वान है। इस यात्रा का उद्देश्य देश को एकजुट और मजबूत करना है।