India News (इंडिया न्यूज), American Cemetery: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और उनकी पत्नी जिल बिडेन रविवार को फ्रांस की अपनी यात्रा का समापन एक अमेरिकी कब्रिस्तान में रुककर करेंगे। जहां पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में जाने से इनकार कर दिया था, जिसकी व्यापक आलोचना हुई थी। बिडेन दंपत्ति प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मारे गए अमेरिकी सैनिकों और नौसैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पेरिस से लगभग 85 किमी (50 मील) पूर्व में बेल्यू में ऐसने-मार्ने अमेरिकी कब्रिस्तान का दौरा करेंगे।

बिडेन कर रहे ट्रंप को टारगेट

बता दें कि, नवंबर में फिर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेट बिडेन, रिपब्लिकन ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। यह यात्रा उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी के साथ तुलना करने का एक और मौका देगी। ट्रंप के व्हाइट हाउस ने 2018 में कहा था कि तत्कालीन राष्ट्रपति, जो फ्रांस की यात्रा पर भी थे। खराब मौसम के कारण कब्रिस्तान नहीं जा सके। उस समय उनके चीफ ऑफ स्टाफ, जॉन केली, एक सेवानिवृत्त जनरल, हल्की बारिश में भी कब्रिस्तान गए। वहीं बिडेन पांच दिवसीय यात्रा समाप्त कर रहे हैं। जिसमें नॉरमैंडी में द्वितीय विश्व युद्ध के दिग्गजों के साथ डी-डे की 80वीं वर्षगांठ का स्मरणोत्सव और पेरिस की राजकीय यात्रा शामिल है।

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फ्रांस यात्रा पर हैं बिडेन

अमृतिकी राष्ट्रपति बिडेन ने पूरी यात्रा के दौरान ट्रंप का नाम लिए बिना उनका सूक्ष्म संदर्भ दिया है। जिसमें नॉरमैंडी तट स्थल पर एक भाषण भी शामिल है।जहां डी-डे लैंडिंग के दौरान अमेरिकी सेना के रेंजर्स ने 100 फीट ऊंची चट्टान पर चढ़ाई की थी। बिडेन ने मजबूत अमेरिकी गठबंधनों को बनाए रखने पर जोर दिया है। जबकि ट्रंप नाटो की आलोचना करते रहे हैं और धमकी दी है कि अगर वे अपने बचाव के लिए अधिक भुगतान नहीं करते हैं तो वे इसके सदस्यों का बचाव नहीं करेंगे।

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