गोरखपुर/उत्तरप्रदेश:- उत्तरप्रदेश में भाजपा ने 2022 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज़ कराने के बाद इतिहास के पन्नो पर अपना नाम दर्ज़ करा लिया। सरकार उत्तरप्रदेश के विकास के लिए बड़े बड़े दावे लगातार करती रही है सड़कों के विकास को लेकर उत्तरप्रदेश सरकार का कहना है कि उनका काम पहले से ज़्यादा प्रगति पर है. लेकिन ये सारी बातें ये सारे दावे झूठे तब नज़र आने लगते हैं जब हक़ीक़त सामने आती है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर की ही बात कर लें तो यहाँ कई जगहों की सड़कें जर्जर हालत में हैं. हालातों को देखते हए लोगों ने इसे एक अनोखा नाम दिया है. इसका नाम है स्प्रिंग वाली सड़क.

क्यों शहरवासियों ने रखा इस सड़क का नाम स्प्रिंग वाली सड़क

लोगों ने इस सड़क का नाम स्प्रिंग वाली सड़क इसीलिए रखा है क्योंकि इस सड़क से गुजरने पर लोगों को ऊपर नीचे और हिचकोले खाते हुए आना-जाना पड़ता है।सड़क का यह हाल करीब एक साल से है।इसे दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है.लोग शिकायत कर करके थक चुके हैं. वहीं, ये सड़क गोरखपुर के खजांची से शुरू होकर स्पोर्ट्स कॉलेज होते हुए जाती है। करीब 5 से 7 किलोमीटर लंबी सड़क पर लोग सफर करने से कतराते हैं और शायद यही कारण है कि इसका नाम स्प्रिंग वाली सड़क रख दिया गया है।

सीएम ने दिया 15 नवंबर से पहले सभी सड़कों को ठीक करने का आदेश

उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़कों की बदतर हालत को देखते हुए 15 नवंबर से पहले सभी सड़कों को सही करने का आदेश दिया है. सरकार की तरफ से व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश तो आ जाते हैं लेकिन ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से सड़कें जर्जर हालत में ही रहती हैं. पर सीएम के कड़े आदेश के बाद शायद इस सड़क की भी मरम्मत हो जाए, लोगों को उम्मीद है कि 15 नवंबर के बाद सड़कों पर हिचकोले खाने की नौबत ना आये. आपको यह जानकर और हैरानी होगी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मठ गोरखनाथ मंदिर से महज चंद कदम की दूरी पर ही ये सड़क है जिसकी शिकायत पहले भी कई बार की जा चुकी है.