India News (इंडिया न्यूज़), Communist Party Of India: आयकर विभाग ने कांग्रेस के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पर बड़ा फाइन लगाया है। पिछले कुछ वर्षो के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को रिटर्न दाखिल करते समय पुराने पैन कार्ड के इस्तेमाल को लेकर 11 करोड़ रुपये के बकाये के भुगतान के लिए आयकर विभाग से नोटिस मिला है। यह जानकारी पार्टी को शुक्रवार (29 मार्च, 2024) को दी गई। वहीं कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ने कहा कि वामदल आयकर अधिकारियों के नोटिस को चुनौती देने के लिए अपने वकीलों से परामर्श कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग को भुगतान किए जाने वाले बकाया में पार्टी की तरफ से पुराने पैन कार्ड के इस्तेमाल में विसंगतियों के लिए देय जुर्माना और ब्याज शामिल है।
सीपीआई ले रही वकीलों से परामर्श
बता दें कि, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक नेता ने बताया कि हम कानूनी मदद ले रहे हैं और अपने वकीलों से परामर्श कर रहे हैं। आयकर विभाग ने वर्ष 2016-17 के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की कर छूट को भी वापस ले लिया है। साथ ही इस वर्ष के लिए अपने कर रिटर्न में बैंक खाते की घोषणा नहीं करने के लिए वाम दल पर 15.59 करोड़ रुपये का कर लगाया है। सूत्रों के मुताबिक, माकपा को आकलन वर्ष 2016-17 के लिए आयकर अधिनियम की धारा 148 ए के तहत एक नोटिस मिला था। इस आधार पर कि उसका एक बैंक खाता है,परंतु जब इसने अपना कर रिटर्न दाखिल किया तो इसे कॉलम 13(बी) में घोषित नहीं किया था।
माकपा पर लगा 15.59 करोड़ का फाइन
बता दें कि, माकपा की तरफ से दावा किया गया है कि उसने नोटिस के अनुपालन में अपना आयकर रिटर्न दाखिल किया था। साथ ही समय-समय पर विभिन्न प्रतिवेदन दिये थे। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने अंतिम आदेश पारित किया है और 2016-17 के लिए माकपा पर 15.59 करोड़ रुपये का कर लगाया है। दरअसल, इससे पहले, कांग्रेस को भी आयकर विभाग का नोटिस मिला था जिसमें पार्टी से पिछले सालों के लिए दाखिल कर रिटर्न में विसंगतियों के लिए 1,823 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया भुगतान करने को कहा गया है।