India News (इंडिया न्यूज),BJP MP Ram Chander Jangra:भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद राम चंद्र जांगड़ा ने रविवार को दावा किया कि पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों पर उनकी टिप्पणियों को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए “तोड़-मरोड़ कर” पेश किया गया और उनका किसी का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। उनका स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब कई विपक्षी दल उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
जांगड़ा ने एक वीडियो संदेश में कहा, “मैं अपने देश की महिलाओं को किसी भी तरह से कमजोर नहीं मानता। हम उन महिलाओं के साथ खड़े हैं जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में अपने पतियों को खो दिया, हम उन परिवारों के साथ खड़े हैं। फिर भी, अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मुझे माफी मांगने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।”
फटकार लगाने के बाद आई है माफी
उनकी माफी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा उन्हें फटकार लगाने के बाद आई है। नड्डा ने नाराजगी जताते हुए उन्हें (जांगड़ा) अपने बयान का सार्वजनिक रूप से खंडन करने का निर्देश दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेता जांगड़ा के खिलाफ कार्रवाई और उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। भाजपा पर महिला विरोधी होने का आरोप
जांगड़ा ने पिछले सप्ताह कहा था कि पहलगाम में पर्यटकों को आतंकवादियों से लड़ना चाहिए था और हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं को ‘वीरांगनाओं’ की तरह काम करना चाहिए था, जिसके बाद हंगामा मच गया था। बयान को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की ओर से भी प्रतिक्रिया आई थी। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर असंवेदनशील और ‘महिला विरोधी’ होने का आरोप लगाया।
पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जांगड़ा की टिप्पणी को ‘गलत’ करार देते हुए कहा कि अब इस मामले को बंद कर देना चाहिए क्योंकि उन्होंने किसी भी तरह की ठेस के लिए खेद जताया है। जांगड़ा के बयान पर खट्टर ने कहा कि यह पार्टी के रुख को नहीं दर्शाता है।
खट्टर ने क्या कहा ?
खट्टर ने कहा, “उन्होंने (जांगड़ा) टिप्पणी को गलत संदर्भ में पेश किया। इस हमले में कई बहनों ने अपने पतियों को खो दिया है, उनके बारे में ऐसा कहना गलत और अनुचित है।” उन्होंने कहा कि जांगड़ा ने उनकी टिप्पणी से दुख जताया है। “मेरा मानना है कि अब इस मामले को यहीं बंद कर देना चाहिए।” जांगड़ा ने यह टिप्पणी पिछले सप्ताह शनिवार को चंडीगढ़ में मराठा शासक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान की थी। हालांकि, लगातार आलोचना के बाद कल रविवार को उन्होंने अपनी टिप्पणी को सही ठहराने की कोशिश की।
मैं किसी को कमजोर नहीं मानता:जांगड़ा
उन्होंने तब कहा था, “मैं अपने देश की महिलाओं को किसी भी तरह से कमजोर नहीं मानता। मेरा मानना है कि वे बहादुर हैं और हमें बस रानी अहिल्याबाई और झांसी की रानी जैसी भावना को जगाने की जरूरत है ताकि अगर पहलगाम जैसी स्थिति पैदा होती है, तो वे बहादुरी की भावना से लड़ सकें।” उन्होंने यह भी कहा, “मैं अपने देश की बहादुर महिलाओं का सम्मान करता हूं, उन्हें सलाम करता हूं।” इससे पहले मध्य प्रदेश के मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता विजय शाह भी कर्नल शोफिया कुरैशी पर अपने बयान के बाद आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे और उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी थी।