India News (इंडिया न्यूज),Himani Narwal Murder Case:कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या में नया मोड़ आ गया है। पुलिस महानिदेशक केके राव के बयान ने पूरी कहानी बदल दी है। हिमानी और सचिन सिर्फ दोस्त थे। दोनों के बीच कोई प्रेम संबंध नहीं था। परिजनों को भी पता था कि हत्यारा सचिन हिमानी के घर आता-जाता था। उधर, शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि हत्यारोपी सचिन ने अचानक हत्या नहीं की, उसने पहले ही हत्या की साजिश रची थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी सचिन को तीन दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी है।

हत्या की साजिश

आरोपी सचिन ने जिस तरह वारदात को अंजाम दिया, उससे पुलिस को शक है कि उसने पहले ही हिमानी की हत्या की साजिश रची थी। 27 फरवरी की रात वह हिमानी के घर रुका था, जबकि उससे पहले उसने हिमानी से उसकी मां को फोन करवाया था कि वह किसी कार्यक्रम में जाएगी और समय मिलने पर फोन करेगी।

इससे यह संदेह पैदा होता है कि सचिन ने पहले ही साजिश रच ली थी। हिमानी की मां सविता ने बताया कि वह 27 फरवरी की शाम 4 बजे तक विजय नगर स्थित घर पर अपनी बेटी के साथ थी। रात को जब वह दिल्ली स्थित घर पहुंची तो हिमानी से बात हुई थी। उसने 28 फरवरी को कार्यक्रम के बारे में बताया था और कहा था कि वह इसमें व्यस्त रहेगी।

घर से बाहर गए ही नहीं थे हिमानी और सचिन

हिमानी और सचिन घर से बाहर गए ही नहीं थे। पुलिस को संदेह है कि सचिन ने पहले से ही ऐसी साजिश रची होगी, इसलिए उसने भूमिका तैयार कर ली थी। बहरहाल, पुलिस ने आरोपी को तीन दिन की रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द ही परतें खुलेंगी।

शादी के लिए कोई दबाव नहीं

पुलिस महानिदेशक केके राव ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि हिमानी ने सचिन पर शादी के लिए कोई दबाव नहीं बनाया था। इसके अलावा उनका कोई प्रेम प्रसंग भी नहीं था। वे सिर्फ दोस्त थे और उनमें विवाद हुआ था, जिसके बाद उसने हत्या कर दी। आरोपी पिछले छह-सात महीने से घर आ रहा था और घटना से एक दिन पहले हिमानी के घर पर ही रुका था। घर पर सिर्फ वे दोनों ही थे।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के बाद पता चला कि उसने अपने जेवरात 2 लाख रुपये में एक फाइनेंस कंपनी को गिरवी रखे थे। अब पुलिस उन्हें अपने कब्जे में लेगी। यह हत्याकांड की संपत्ति है।

हत्या के आरोपी सचिन के अलावा पुलिस ने दो और लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। हालांकि, उनका सीधे तौर पर हत्याकांड में कोई हाथ नहीं है, लेकिन उन दोनों ने सचिन की मदद की थी। इसके अलावा अन्य जानकारी जुटाई जा रही है।

मुंडका से गिरफ्तार

कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के आरोपी को पुलिस ने रविवार रात दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान झज्जर के गांव खैरपुर निवासी सचिन उर्फ ​​ढिल्लो के रूप में हुई है। सचिन शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है। आरोपी डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया के जरिए हिमानी का दोस्त बना था और पिछले कुछ महीनों से हिमानी के घर आ रहा था।

पैसों के लेन-देन को लेकर दोनों के बीच कई दिनों से विवाद चल रहा था। पुलिस ने सचिन को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कृष्ण कुमार राव ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि 28 फरवरी को विजय नगर स्थित हिमानी नरवाल के घर पर पैसों को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ गया था।

शाम करीब पांच बजे सचिन ने पहले हिमानी के हाथ उसके दुपट्टे से बांधे और फिर मोबाइल चार्जिंग तार से उसका गला घोंट दिया। हिमानी ने खुद को आरोपियों से बचाने की काफी कोशिश की। इस जद्दोजहद में हिमानी ने अपने नाखूनों से सचिन के हाथ खरोंचकर भागने की कोशिश की।

शव को इस तरह लगाया ठिकाने

हिमानी की हत्या करने के बाद सचिन लैपटॉप, जेवरात व अन्य सामान लेकर हिमानी की स्कूटी पर झज्जर के गांव कनोदा स्थित अपनी मोबाइल रिपेयर की दुकान पर चला गया। यहां उसने सामान रखा और करीब तीन घंटे वहां रहा। इसके बाद वह उसी स्कूटी पर दोबारा हिमानी के घर पहुंचा। वहां उसने हिमानी के खून से सने रजाई के कवर को हटाया और अन्य सबूत मिटा दिए।

इसके बाद सचिन ने शव को सूटकेस में बंद कर दिया। रात दस बजे वह ऑटो रिक्शा लेकर आया। ऑटो रिक्शा से वह दिल्ली बाईपास पहुंचा और वहां से बस में सवार होकर सांपला पहुंचा। सचिन ने सूटकेस को सांपला बस स्टैंड के पास दीवार के पास झाड़ियों में फेंक दिया और शव को ठिकाने लगाने के बाद अपने घर पहुंच गया।

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