इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Cabinet Approves Increase In MSP) : केंद्र सरकार ने आज रबी फसलों के लिए न्यूनतर्म समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि का ऐलान कर दिया। मसूर की फसल पर सबसे ज्यादा एमएसपी बढ़ाई गई है। प्रति क्विंटल इसमें 500 रुपए का इजाफा किया गया है। इसे सरकार की ओर से किसानों को दिवाली की सौगात माना जा रहा है।
सीएसीपी ने की थी इतनी फीसदी की सिफारिश
हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान के मद्देनजर इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। बता दें कि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने गेहूं सहित सभी रबी फसलों की एमएसपी में नौ फीसदी की वृद्धि की सिफारिश की थी।
सरसों की एमएसपी में 400 रुपए की बढ़ोतरी
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि सरसों की एमएसपी में 400 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। इसी तरह गेहूं की एमएसपी में 110 रुपए प्रति क्विंटल, जौ में 100 रुपए, कुसुम में 209 रुपए और चने की एमएसपी में 105 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
बढ़ोतरी केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप
सरकार के बयान में यह भी कहा गया है कि 2023-24 के लिए रबी फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है। इसे अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के 1.5 गुना पट्टे के स्तर पर तय किया गया है। किसानों को उचित पारिश्रमिक देना है। इसका लक्ष्य
विशेषज्ञों की एक कमेटी का गठन किया था
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने एमएसपी को पारदर्शी, ज्यादा प्रभावी व उद्देश्यपूर्ण बनाने के मकसद से विशेषज्ञों की एक कमेटी का गठन किया था। पूर्व कृषि सचिव संजय अग्रवाल इस कमेटी के प्रमुख थे। दरअसल, एमएसपी एक तरह से किसानों को बचाने वाली बीमा पॉलिसी की तर्ज पर काम करती है। इससे बाजार में फसलों के दामों में होने वाली गिरावट का किसानों पर प्रभाव नहीं नहीं पड़ता। एमएसपी से किसान काफी हद तक किसी तरह के नुकसान से बचे रहते हैं।
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